बाप ने मासूम बेटी का गला काट डाला
जागरण संवाददाता, आगरा: दीपावली पर जब देवी लक्ष्मी की पूजा होती है तब सिरफिरे पिता ने अपनी देवी जैसी
जागरण संवाददाता, आगरा: दीपावली पर जब देवी लक्ष्मी की पूजा होती है तब सिरफिरे पिता ने अपनी देवी जैसी मासूम बेटी की जान ले ली। चार साल की मासूम बेटी का नृशंस तरीके से बांक से गला काट डाला। इसके बाद दो साल की मासूम बेटी पर भी बांक से हमला बोला, लेकिन तभी चीख सुनकर आई दादी ने गोद में उठा लिया। इसके बाद भी हमलावर पिता नहीं माना और बांक से प्रहार कर दिया। हमले में छोटी बेटी और दादी दोनों घायल हो गईं। पड़ोसी मौके की ओर दौड़े लेकिन तब तक आरोपी फरार हो गया।
मलपुरा के डावली गांव निवासी 30 वर्षीय संजू पुत्र देवी सिंह 10-12 साल पहले मजदूरी के लिए गुड़गांव गया था। वहीं उसने सीमा नाम की महिला से शादी कर ली। उसके तीन बेटियां हुई। बड़ी बेटी 6 वर्षीय शायरा, मझली 4 वर्षीय काजल और सबसे छोटी बेटी दो साल की पायल थी। करीब पंद्रह दिन पहले तीनों बेटियों को घर पर छोड़कर गुड़गांव से ही सीमा किसी के साथ चली गई। इसके बाद से संजू अवसाद में आ गया। पांच दिन पहले वह अपने गांव लौट आया। यहां मां विमला देवी के पास रहने लगा। सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे सिरफिरे बाप के सिर अचानक खून सवार हो गया। हाथ में बांक उठाकर सबसे पहले उसने अपनी चार साल की बेटी काजल का गला काटकर हत्या कर डाली। इसके बाद उसने दो साल की मासूम बेटी पायल पर बांक से प्रहार किया। मासूम बच्चियों की चीख पुकार सुनकर दादी विमला देवी ई। उन्होंने पायल को गोदी में उठा लिया। बांक के प्रहार से उसके गले से खून की धार बह रही थी। परंतु संजू के सिर खून सवार था। उसने विमला की गोद में पहुंचने के बाद भी एक और बांक का प्रहार किया। इसे रोकने में विमला के हाथ में चोट लगी, जिससे वह भी घायल हो गईं। इस बीच आसपास के लोग पहुंच गए लेकिन पकड़े जाने के डर से आरोपी मौके से फरार हो गया। उधर, घायलावस्था में ही पायल को अपने कलेजे से लगाकर विमला देवी किसी पड़ोसी के साथ अस्पताल को निकल गईं। रास्ते में मिली पुलिस ने अपनी गाड़ी से दोनों को एसएन इमरजेंसी तक पहुंचाया। जानकारी होते ही एसपी पश्चिम बबिता साहू, सीओ अछनेरा करुणाकर राव, एसएचओ इंद्रजीत सिंह और एसएचओ मौके पर पहुंच गए। सीओ करुणाकर राव ने बताया कि पिता ने अपने एक बेटी की हत्या कर दी। दूसरी को बांक मारकर घायल कर दिया। वह खतरे से बाहर है।
----
पोती को बचाने को बेटे से भिड़ गई मां
बेटे के सिर खून सवार होते देखकर मां विमला देवी उससे भिड़ गई। पहले गालियां देकर धक्का दिया फिर खुद को मारने की बात कहते हुए बीच में खड़ी हो गई। इसके बाद भी सिरफिरा शांत नहीं हुआ। उसने मां के हाथ और पैरों में भी बांक मार दिया। खुद के घायल होने के बाद वह गुहार लगाती रही। लोगों के पहुंचने से दो बेटियां बच गईं।