समाज से ही मजबूत होता है धर्म
जागरण संवाददाता, आगरा: श्वेतांबर जैन साध्वी अर्चिता महाराज ने कहा है कि समाज के सहयोग से ही धर्म मजबूत होता है। इसलिए जरूरत इस बात की है कि हम भी समाज को ज्यादा से ज्यादा दें। इसके लिए धर्म के साथ-साथ हर व्यक्ति को मानव सेवा के कार्य करने चाहिए।
साध्वी इन दिनों मोतीकटरा जैन स्थानक में विराजमान हैं। उनका यहां वर्षावास शुरू हो चुका है। जागरण से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे करनाल (हरियाणा) से अपने संघ के साथ 315 किलोमीटर पैदल चलकर आगरा आई हैं। उनके आने का उद्देश्य मानव सेवा की प्रेरणा देना है। उनका लक्ष्य है कि जहां भी चातुर्मास होता है, वे मानव सेवा के कार्य अवश्य कराती हैं। सन् 2011 में भी उनका चातुर्मास आगरा में हुआ था, तब भी उसके समापन पर सिंतबर माह में उन्होंने नेत्रदान, देहदान आदि के संकल्प कराए थे। 108 यूनिट रक्तदान उन्होंने कराया था। पक्षियों और पशुओं के दाने के लिए भी वे व्यवस्था कराती हैं।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि उन्होंने दो विषयों में एमए किया है। जबकि उनके साथ आयीं साध्वी डालिमा और साध्वी परिति ने भी एमए किया है। यह डिग्री पत्राचार कोर्स द्वारा ली जाती है। उनका कहना है कि शिक्षित होने पर मन में संकीर्णता नहीं रहती। उन्होंने कहा कि उनकी गुरु साध्वी संतोष कुमारी करनाल में हैं। वहां से वह सभी को निर्देशित करती हैं।