क्रोध का जवाब क्रोध नहीं
जागरण संवाददाता, आगरा: जैन साध्वी वैभवश्री ने कहा कि समाज के प्रति समर्पण और ज्ञान प्राप्ति की इच्छा ही व्यक्ति को आगे बढ़ाती है। उसी से हमें अच्छे और बुरे का आकलन होता है।
साध्वी मंगलवार को लोहामंडी में श्वेतांबर स्थानकवासी जैन समिति द्वारा आयोजित चार दिवसीय व्यक्तित्व निखार कार्यशाला के समापन समारोह और दीक्षा दिवस समारोह में प्रवचन दे रही थीं। उन्होंने कहा कि हम रिवाजों को ढोते- ढोते कमजोर जीवन जीने लगते हैं। इसलिए हमें अपने आप को हमेशा अपडेट करना चाहिए। पुरानी कुरीतियों, परंपराओं को नए सिरे से मूल्यांकन करके अपनाएं।
शिविर संचालिका क्षुल्लिका प्रतिभा पावनी ने शिविर के अंतिम दिन वहां मौजूद लोगों की जिज्ञासाओं को शांत किया। उन्होंने कहा कि यदि कोई हमारे सामने क्रोध करता है तो हमें भी क्रोध न कर मुस्कुराते हुए उनकी शंकाओं का समाधान करना चाहिए। व्यक्ति को अपनी कमियों को स्वीकार करना चाहिए। लोग इतने चालाक होते हैं कि वे अपनी कमियों को बहाने बना कर छिपाने की कोशिश करते हैं, जो अनुचित है।
इस मौके पर साध्वी वैभवश्री का दीक्षा दिवस समारोह भी मनाया गया। श्वेतांबर जैन संघ के अध्यक्ष अशोक जैन सीए ने साध्वी मंडल का स्वागत किया। एसएस जैन ट्रस्ट मोतीकटरा के अध्यक्ष सुमेरचंद जैन, लोहामंडी के अध्यक्ष योगेश जैन, मंत्री सुशील जैन, संदेश जैन, सुनीता जैन ने विचार व्यक्त किए।