प्रवेश पत्र के बिना हुईं विवि परीक्षाएं
जागरण संवाददाता, आगरा: अंबेडकर विवि की बदइंतजामी ने छात्र-छात्राओं की परेशानी बढ़ा दी है। शनिवार से शुरू हुई एमए (ग्रामीण प्रबंधन) की परीक्षा से पहले छात्र-छात्राएं प्रवेश पत्र के लिए भटकते रहे। यहां विवि प्रशासन को कुछ छात्रों की परीक्षा बिना प्रवेश पत्र के ही करानी पड़ी।
विवि प्रशासन द्वारा एमए और एमएससी की परीक्षाएं छात्रों की संख्या के आधार पर कई चरणों में कराई जा रही हैं। शनिवार को एमए की परीक्षाएं करीब 250 छात्रों वाले ग्रामीण प्रबंधन विषय से शुरू हुई। पहले दिन एमए प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं का ग्रामीण समाजशास्त्र का प्रश्न पत्र था। दोपहर तीन से शाम छह बजे की पाली में पेपर देने से पहले छात्र-छात्राएं प्रवेश पत्र के लिए भटकते रहे। विवि की वेबसाइट से प्रवेश पत्र अपलोड नहीं हो सका। यहां तक कि अटेंडेंस सीट पर छात्रों के फोटो भी गड़बड़ थे। इसके चलते बलवंत विद्यापीठ रूरल इंस्टीट्यूट, बिचपुरी में छात्रों की बिना प्रवेश पत्र के ही परीक्षाएं कराई गई। उप कुलसचिव परीक्षा प्रभात रंजन ने बताया कि कुछ गड़बड़ियां रह गई हैं। उन्हें सही किया जा रहा है।
प्रथम की परीक्षा में द्वितीय प्रश्न पत्र के सवाल
प्रवेश पत्र न मिलने से परेशान छात्रों के पेपर ने भी होश उड़ा दिए। यहां ग्रामीण समाजशास्त्र का प्रथम प्रश्न पत्र था। इसमें कई सवाल द्वितीय प्रश्न पत्र के भी दे दिए गए। इससे भी छात्र छात्राएं परेशान रहे।
परीक्षाओं की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं अधिकारी
अव्यवस्थाओं के चलते विवि में परीक्षाओं की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है। एजेंसी और शिक्षकों की कमेटी ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। ऐसे में कॉलेज संचालक खुद ही परीक्षाएं कराने में लगे हुए हैं।