छावनी बना ताज
जागरण संवाददाता, आगरा: अधिवक्ताओं के ताज घेराव ने सोमवार को सैलानियों के लिए भी मुश्किलें खड़ी कीं। पुलिस की मौजूदगी और वकीलों के तेवरों से पर्यटक दहशत में डूबे रहे। पुलिस भी पर्यटक वाहनों को निर्धारित बैरियर से पहले ही रोकती रही।
सोमवार को वकीलों के प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस ने भारी-भरकम इंतजाम किए थे। हर बैरियर पर अतिरक्त फोर्स तैनात था, जबकि कमिश्नरी रोड पर वकीलों की आवाजाही और हंगामा चलता रहा। इसे देख सैलानी सहमते रहे। दोपहर में जब वकीलों ने प्रदर्शन में ताकत झोंकी, तो पूर्वी और पश्चिमी गेट पर ही सैलानी सहम गए। पुलिस ने कई बार सैलानियों को रोका, इससे और अफरा-तफरी मच गई।
इस बीच ताज पूर्वी गेट पर सैलानियों के वाहनों, गोल्फ कार्ट्स आदि को कुष्ठ आश्रम बैरियर पर ही रोक दिया गया। जबकि गोल्फ कार्ट्स ताजखेमा बैरियर तक जाती हैं। पुलिस की बंदिश से बड़ी संख्या में पर्यटकों को पैदल ताज तक जाना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक इस बीच बहुत से पर्यटक बिना ताज देखे ही लौट गए। स्मारक के अंदर दिन भर सन्नाटा सा पसरा और आमद काफी कम रही। एएसआइ के मुताबिक सोमवार को ताज में कुल 16 हजार देसी-विदेशी पर्यटक आए, इनमें 1500 विदेशी शामिल थे।
फोटोग्राफरों की नो एंट्री
पुलिस ने सोमवार को ताज में फोटोग्राफरों की एंट्री भी प्रतिबंधित कर दी। सूत्रों के मुताबिक बीते साल दिसंबर में हुए प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने ताज के अंदर पहुंचकर फोटोग्राफरों से फोटो खिंचा लिए थे। इसी आशंका को देखते हुए फोटोग्राफरों को प्रवेश नहीं दिया गया।
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