और गुम हो गई झोलाछाप डॉक्टरों की फाइल
आगरा: मंगलवार को सीएमओ कार्यालय में झोलाछाप डॉक्टरों की फाइल गुम हो गई। जिसे खोजने के लिए कई कर्मचारी लगाए गए। लेकिन फाइल नहीं मिली।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में डॉ. टी कटार सहित अन्य व उत्तर प्रदेश सरकार का मुकदमा विचाराधीन है। इस प्रकरण में 33 झोलाछाप डॉक्टर शामिल हैं। जो कि फर्जी सूचना देकर रजिस्ट्रेशन करा लिया था। यहां तक एमसीआइ को भी गुमराह किया। रिट नंबर 51515 / 2012 है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने स्वास्थ्य विभाग को रजिस्ट्रेशन रद करने और लाइसेंस फीस वापसी के लिए कहा था। इसकी फाइल बाबू के पास थी। सूत्रों के अनुसार पिछले माह संबंधित बाबू का तबादला हो गया। तब से यह फाइल नहीं मिल रही है।
मंगलवार को एक अफसर ने फाइल को तलब किया तो इसकी खोजबीन शुरू हो गई। अफसरों ने पुराने बाबू को फोन किया तो उसका मोबाइल ऑफ मिला। एसीएमओ डॉ. बीआर गौतम का कहना है कि फाइल के बारे में संबंधित बाबू से रिपोर्ट मांगी गई है।
विज्ञापन देकर पल्ला झाड़ा
हाईकोर्ट के आदेश को स्वास्थ्य विभाग ने दरकिनार कर दिया है। झोलाछाप डॉक्टरों के नर्सिग होम, क्लीनिक को सील करने के बदले अखबारों में विज्ञापन देकर पल्ला झाड़ लिया है। विज्ञापनों में झोलाछाप को चेतावनी दी गई है। कि वे खुद अपने क्लीनिक बंद कर दें।
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