पहाड़ चढ़ने का चैलेंज लेना हो तो ये 10 जगह आपके लिए
पहाड़ चढ़ना बेहद रोमांचक और चैलेंजिंग होता है। इसको लेकर काफी लोग क्रेजी रहते हैं। ऐसे में अगर आपको पहाड़ चढ़ने का चैलेंज लेना हो तो ये 10 जगह आपके लिए बेस्ट होंगी...
सिंगलिला कंचनजंगा:
यह सिक्किम हिमालय में पड़ता है। इसकी ऊंचाई करीब 4940 मीटर है। यहां पर मार्च से मई और सितंबर से अक्टूबर तक जाना काफी अच्छा होता है।
जांस्कर फ्रोजन रिवर:
यह लद्दाख हिमालय में है। इसकी ऊंचाई करीब 3850 मीटर हैं। इस चुनौतीपूर्ण जगह में जाने के लिए मध्य जनवरी से फरवरी तक का समय अच्छा होता है।
गोमुख तपोवन:
यह गढ़वाल हिमालय क्षेत्र में है। इसकी ऊंचाई करीब 4465 मीटर है। यहां पर जाने के लिए मई से अक्टूबर तक टाइम पीरियड काफी अच्छा होता है।
क्लासिकल मार्कहा वैली:
क्लासिकल मार्कहा वैली लद्दाख हिमालय में है। इसकी ऊंचाई करीब 5150 मीटर है। यहां जाने का समय सबसे अच्छा मध्य जून से लेकर मध्य अक्टूबर तक का होता है।
ट्रांस जांस्कर लमार्हुर टू डर्च:
यह पहाड़ लद्दाख हिमालय में स्थित है। इसकी ऊंचाई करीब 5090 मीटर है। इस पर जाने के लिए मध्य जून से लेकर मध्य अक्टूबर तक मौसम अच्छा होता है।
लॉर्ड कर्जन ट्रेल क्यूरी पास ट्रेक:
यह गढ़वाल हिमालय में स्थित है। इसकी ऊंचाई करीब 4268 मीटर है। यहां जाने के लिए मध्य अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर तक समय अच्छा होता है।
पिन पार्वती पास:
हिमाचल प्रदेश के पिन पार्वती पास की ऊंचाई करीब 5335 मीटर है। यहां जाने के लिए मध्य जून से लेकर मध्य अक्टूबर तक समय अच्छा होता है।
नंदा देवी मिलम ग्लेशियर:
यह कुमाऊं हिमालय क्षेत्र में इस पहाड़ की ऊंचाई करीब 4670 मीटर है। यहां जाने के लिए मई से लेकर मध्य अक्टूबर तक समय अच्छा होता है।
जोंग्री गोची ला:
यह सिक्किम हिमालय एरिया में स्थित है। इसकी ऊंचाई करीब 4940 मीटर है। यहां जाने के लिए मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक समय अच्छा है।
शेफर्ड ट्रेल:
यह भी हिमाचल प्रदेश में ही स्थित है। इसकी ऊंचाई भी करीब 4450 मीटर है। यहां जानें के लिए मध्य अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर तक का समय बेहतर है।