एंड्रायड को योटाफोन ने कहा, बाय-बाय
रूसी निर्माता योटा अपने डुअल स्क्रीन फोन ‘योटाफोन’ की वजह से मशहूर हुआ अब कंपनी ने यह घोषणा किया है कि इसके अगले डिवाइसेज में एंड्रायड नहीं होगा बल्कि इसके जगह सेलफिश का उपयोग किया जाएगा।
नई दिल्ली। रूसी निर्माता योटा अपने डुअल स्क्रीन फोन ‘योटाफोन’ की वजह से मशहूर हुआ अब कंपनी ने यह घोषणा किया है कि इसके अगले डिवाइसेज में एंड्रायड नहीं होगा बल्कि इसके जगह सेलफिश का उपयोग किया जाएगा।
योटा ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि मार्केट में मौजूद योटाफोन 2 में भी सेलफिश इंटीग्रेट किया जाएगा या यह केवल आने वाले डिवाइसेज के लिए है।
अपने डुअल स्क्रीन फोंस की वजह से योटा कंपटीशन से अलग है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक इंक भी लगा है जो 100 घंटे की बैटरी लाइफ देता है। पहला योटाफोन वर्ष 2013 में लासवेगास के सीइएस में डिस्प्ले के लिए रखा गया था। यूरोप में योटाफोन 2 599 यूरो की कीमत पर बिक रहा है।
योटा के अलावा और भी कई निर्माता हैं जो एंड्रायड से रिश्ता खत्म कर रहे हैं जैसे टाइजन के साथ सैमसंग या हुवेई जो अपना ऑपरेटिंग सिस्टम लांच कर रहे हैं।
आइडीसी के अनुसार, एंड्रायड और आइओएस ने मिलकर ग्लोबल स्मार्टफोन मार्केट का 96 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा लिया हुआ है।