...तो इस तरह से कई गुना बढ़ाई जा सकेगी बैट्री की क्षमता
वैज्ञानिकों ने कागज जैसे एक ऐसे पदार्थ का निर्माण किया है, जिसके इस्तेमाल से विद्युत वाहनों व निजी इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की बैट्री की क्षमता कई गुना बढ़ाई जा सकेगी।
वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने कागज जैसे एक ऐसे पदार्थ का निर्माण किया है, जिसके इस्तेमाल से विद्युत वाहनों व निजी इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की बैट्री की क्षमता कई गुना बढ़ाई जा सकेगी।
शोधकर्ताओं ने इस नए पदार्थ का निर्माण कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के रिवरसाइड्स बर्न्स कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में किया है। इसे बालों से भी सौ गुना पतले स्पंज जैसे सिलिकॉन नैनोफाइबर से बनाया गया है।
इलेक्टि्रकल व कंप्यूटर इंजीनियरिंग के प्राध्यापक मिहरी ओजकन और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्राध्यापक सेनगिज ओजकन ने नैनो फाइबर बनाने के लिए इलेक्ट्रोस्पिनिंग तकनीक का इस्तेमाल किया। इसके तहत घूमते हुए ड्रम व नोजल के बीच 20 हजार से 40 हजार वोल्ट ऊर्जा प्रवाहित की गई। इससे टेट्रा इथाइल ऑर्थोसिलिकेट से बने विलयन का उत्सर्जन हुआ।
सेमी कंडक्टर के तौर पर इस यौगिक का इस्तेमाल काफी प्रचलित है। इसे मैग्नीशियम के भाप से गुजारने पर यह सिलिकॉन फाइबर में बदल जाता है। शोध के नतीजों को नेचर साइंटिफिक रिपोर्ट्स नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। ग्रेफाइट के इस्तेमाल से बनने वाली बैट्री की सीमित क्षमता को देखते हुए वैज्ञानिक अन्य पदार्थों के साथ प्रयोग करने में लगे हुए हैं।