अब स्मार्टफोन सिर्फ 10 सेकेंड में ढूंढ निकालेगा HIV संक्रमण
अब स्मार्टफोन से एचआईवी, जीका व इबोला जैसी बीमारियों का भी पता लगाया जा सकेगा
नई दिल्ली (जेएनएन)। समय के साथ स्मार्टफोन तकनीक में भी कई बड़े बदलाव देखे गए हैं। स्मार्टफोन अब केवल कॉल और इंटरनेट इस्तेमाल करने का माध्यम नहीं रह गया है। बल्कि अब स्मार्टफोन के जरिए यह भी पता लगाया जा सकता है कि कौन सा व्यक्ति एचआईवी संक्रमित है और कौन नहीं। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी अनोखी स्मार्टफोन आधारित जांच पद्धति विकसित की है जिसमें मात्र 10 सेकेंड में ही एचआईवी का पता लगाया जा सकता है।
ब्रिटेन में सर्ररे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विंस एमेरी ने कहा कि अब जल्द ही यूजर्स अपने रक्त की केवल एक बूंद से ही एचआईवी का पता लगा पाएंगे। एचआईवी के अलावा इस पद्धति के जरिए जीका या इबोला वायरस की पहचान भी की जा सकती है। ऐसे में खतरनाक बीमारियों की उनके बढ़ने से पहले ही पहचान की जा सकेगी।
जानें यह पद्धति कैसे करेगी काम?
इस टेस्ट में Surface acoustic wave (HAW) बायोचिप्स का इस्तेमाल किया जाता है। यह स्मार्टफोन में पाये जाने वाले माइक्रोइलेक्ट्रोनिक घटकों पर आधारित होता है। एचआईवी के मौजूदा टेस्ट की प्रक्रिया में कॉम्पलैक्स एनालिसिस टूल्स की जरुर होती है। इसके रिजल्ट्स के लिए भी काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में यह पद्धति लोगों को पहले से ही बीमारी जांचने और उसका इलाज करने में मदद करेगी।
जानें स्मार्टफोन से किन चीजों का लग सकता है पता:
मौजूदा समय में स्मार्टफोन से यूजर्स हार्ट बीट रेट, ब्लड प्रेशर, शुगर आदि का पता लगाया जा सकता है। इनके लिए गूगल प्ले स्टोर पर कई अलग-अलग एप्स भी मौजूद हैं।
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