Move to Jagran APP

नेट न्‍यूट्रलिटी के लिए ट्राइ तक पहुंची एक मिलियन से ज्‍यादा याचिका

नेट न्यूट्रलिटी के पक्ष में चल रहा अभियान अब देश का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्क पर चलाया गया जनआंदोलन बन गया है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को नेट न्यूट्रलिटी (इंटरनेट तटस्थता) को यथावत बनाए रखने के लिए 10 लाख से अधिक लोगों का समर्थन मिला है। इसके अलावा ट्विटर,

By Monika minalEdited By: Published: Thu, 23 Apr 2015 03:52 PM (IST)Updated: Fri, 24 Apr 2015 12:05 AM (IST)
नेट न्‍यूट्रलिटी के लिए ट्राइ तक पहुंची एक मिलियन से ज्‍यादा याचिका

नई दिल्ली। नेट न्यूट्रलिटी के पक्ष में चल रहा अभियान अब देश का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्क पर चलाया गया जनआंदोलन बन गया है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को नेट न्यूट्रलिटी (इंटरनेट तटस्थता) को यथावत बनाए रखने के लिए 10 लाख से अधिक लोगों का समर्थन मिला है। इसके अलावा ट्विटर, फेसबुक समेत अन्य सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म पर भी हजारों की तादात में रोजाना टिप्पणियां हो रही हैं।

prime article banner

एक अधिकारी ने बताया कि कंपनियों को नेट न्यूट्रलिटी खत्म करने से रोकने के लिए अब तक ट्राई को दस लाख से अधिक ई-मेल मिल चुके हैं। इनमें से अधिकतर ई-मेल्स स्मार्टफोन पर इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों के द्वारा भेजे गए हैं। देश में किसी सामाजिक मुद्दे पर इससे पहले कभी भी इतनी ब़$डी तादात में लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दर्ज नहीं कराई थी। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

आज अंतिम मौका

ट्राई ने बीते 27 मार्च को अपनी वेबसाइट के माध्यम से नेट न्यूट्रलिटी के संबंध में देश के लोगों की राय जानने की कोशिश की थी। इसके लिए लोगों को ट्राई की वेबसाइट पर जाकर नेट न्यूट्रलिटी के पक्ष या विपक्ष में मतदान करना था। साथ ही समर्थन और विरोध के कारणों को भी बताना था। शुक्रवार को अभियान की अंतिम तारीख है।

नहीं मिला कोई नकारात्मक कमेंट

एक स्वयंसेवी समूह 'सेव द इंटरनेट' द्वारा ट्विटर पर बनाए गए हैंडल हैशटैग सेव द इंटरनेट ने इस अभियान को काफी प्रचारित किया है और लोगों को ब़$ढा च़$ढा कर इस अभियान में शामिल हाने के लिए प्रेरित किया है। यह हैंडल ट्राई को इस संबंध में भेजे जा रहे ई--मेल तथा मैसेजेज को ट्रैक करता है। इस अभियान में अब तक कोई भी नेगेटिव कमेन्ट्स नहीं किए गए हैं। सबसे प्रमुख बात तो यह है कि इस अभियान को शुरू करते समय ट्राई ने केवल 15,000 ई-मेल मिलने होने की उम्मींद जताई थी।

यहां दर्ज कराए विरोध

एडीवीक्यूओएस एट द रेट ट्राई डॉट जीओवी डॉट आईएन पर जाकर आप भी नेट की आजादी को बचाने के इस महाभियान में शामिल हो सकते हैं।

पढ़ें: गूगल पर सर्च किया गया पोर्न, डिलीट कैसे करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.