ड्रायविंग के वक्त फोन यूज करने से रोकेगी यह तकनीक
ड्रायविंग के वक्त मोबाइल फोन के उपयोग से होने वाली दुर्घनाओं से पार पाने के लिए कंपनियां नई तकनीक की खोज में लगी हैं।
नई दिल्ली। दुनियाभर में होने वाले सड़क हादसों का एक कारण ड्रायविंग के वक्त मोबाइल का उपयोग करना भी है। ऐसे में इस खतरे से निपटने के लिए कुछ कंपनियां ऐसे गैजेट बनाने में लगीं है जो इससे पार पाने में मदद कर सके।
इसी कड़ी में कार बनाने वाली कंपनियां भी कई सारे एक्सपेरिपेंट्स कर रही है। इनमें शेवर्ले की 'टीन ड्रायवर' तकनीक के अलावा जनरल मोटर्स की हेड एंड आई तकनीक भी शामिल है। इनके अलावा कोरियन कार मेकर्स ह्युंडई ने एक आसान रास्ता खोज निकाला है।
कंपनी की यह तकनीक मोबाइल के उन फीचर्स को ड्रायविंग के वक्त डिसेबल कर देगी जो चालक का ध्यान भटकाने का प्रमुख कारण हो सकते हैं। कार अगर तेज चल रही है तो यह तकनीक ड्रायवर को केवल वहीं फंक्शन उपयोग करने देगी जो ऐसे में सुरक्षित हों। उदाहरण के लिए यह ऐसी स्थिति में ड्रायवर की सीट के आसपास फोन की एसएमएस सुविधा को डिसेबल कर देगी।
इस तकनीक का उपयोग करने के लिए वाहन के आसपास एंटिना लगाने के बाद मोबाइल सिंग्नल को मॉनिटर किया जाता है। इसके बाद सीस्टम विवेकपूर्ण तरीके से यह निर्णय लेता है कि कौन सा फीचर चलने दिया जाए और कौन से फीचर को डिसेबल कर दिया जाए। हालांकि अभी इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि अभी इस पर काम जारी है।