एप्पल-गूगल के सिक्योरिटी लॉक को इस भारतीय ने चुटकियों में किया अनलॉक
एप्पल कंपनी अपने सिक्योरिटी फीचर्स को लेकर काफी लोकप्रिय है और इससे संबंधित किसी तरह की कोई आशंका जता पाना थोड़ा मुश्किल है
नई दिल्लीा। एप्पल कंपनी अपने सिक्योरिटी फीचर्स को लेकर काफी लोकप्रिय है और इससे संबंधित किसी तरह की कोई आशंका जता पाना थोड़ा मुश्किल है। इसी बीच एप्पल को केरल के एक युवक हेमंत जोसेफ ने उनके सिक्योरिटी को लेकर चैलेंज किया है। जोसफ ने एप्पल के बेहद सिक्योर माने जाने वाले एक्टिवेशन लॉक को खोल कर दुनिया भर के टेक इंजीनियरों को चौंका दिया है। इसके बाद हेमेंत की चर्चाएं दुनियाभर में हो रही है। हेमंत की उम्र 21 साल है और इस कारनामें के बाद उन्हें केरल पुलिस ने अपनी साइबर क्राइम डिवीजन की एक सेल का हेड बना दिया है।
कौन है हेमेंत जोसेफ?
हेमंत इंजीनियरिंग के छात्र हैं। इस समय उन्हें एथिकल हैकर कहा जाता है। आपको बता दें कि एथिकल हैकर सॉफ्टवेयर सिस्टेम की खामी ढूंढने में सॉफ्टवेयर कंपनियों की मदद करते हैं। ऐसे हैकर्स की मदद फेसबुक जैसी सोशल साइट्स और गूगल जैसे नेट जाइंस भी लेते हैं।
जानिए क्या है एप्पल एक्टिवेशन लॉक?
यह एक बेहद ही सिक्योर फीचर है। इस फीचर के तहत अगर आपका आईफोन या आईपैड खो जाता है, तो उसे दूसरा कोई इस्तेमाल नहीं कर सकता है। फोन खोने और चोरी होने के बाद स्क्रीन पूरी तरह से लॉक हो जाती है और सामने वाला चाह कर भी उसे यूज पहीं कर पाता है।
हेमंत ने कैसे तोड़ा एक्टिवेशन लॉक?
हेमंत ने ई-कॉमर्स वेबसाइट ईबे से एप्पल का एक पुराना आई-पैड खरीदा था, जिसमें एक्टिवेशन लॉक लगा हुआ था। हेमंत ने इसे खरीदने के बाद इसका एक्टिवेशन लॉक आसानी से खोल दिया। जबकि आईफोन का दावा है कि उसकी डिवाइस को बस उसका मालिक ही खोल सकता है। इसके बाद हेमंत ने एप्पल की सिक्योरिटी टीम को मेल के जरिए इस बात की जानकारी दी। उसके बाद कंपनी की तरफ से उस खामी को रिकॉग्नाइज किया गया।
हेमंत को मिला 10 लाख का इनाम:
हेमंत को सिक्योरिटी में खामी ढूंढने के लिए अलग-अलग कंपनियों से 10 लाख रुपये का इनाम दिया है। का अवॉर्ड भी मिल चुका है।