बेहद आक्रामक वीडियोज के साथ विज्ञापन नहीं दिखाएगा गूगल
गूगल के एक्जिक्यूटिव केंट वाकर ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की आजादी और आक्रामक दृष्टिकोणों को बढ़ावा दिए बिना जानकारी पाने के बीच संतुलन होगा
नई दिल्ली (जेएनएन)। गूगल ने कहा है कि यह यूट्यूब "बेहद आक्रामक" वीडियो को रहने देगा, लेकिन उनके साथ विज्ञापनों को लगाने की इजाजत नहीं होगी। इंटरनेट सर्च इंजन गूगल पर "नफरत से मुनाफा" कमाने का आरोप लगाया गया है, जिसके बाद यह चिंता जाहिर की जा रही थी कि यू-ट्यूब मंच पर चरमपंथी मटीरियल के साथ विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं। गूगल ने ऑनलाइन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चार कदम उठाने का वचन दिया, जिसमें कट्टरपंथी सामग्री की तेजी से पहचान करना, अधिक विशेषज्ञों, कठिन मानकों का पालन और काउंटर-रेडिकेलाइजेशन वर्क का विस्तार करना शामिल है।
टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी ने घोषणा की है कि वह चरमपंथी कॉन्टेंट को खोजने के लिए कंप्यूटरों पर भरोसा करने के बजाय 50 चैरिटीज को ऐसे कॉन्टेंट की खोज करने के लिए भुगतान करेगा। यह भी कहा गया कि ऐसी ऑनलाइन फिल्मों पर एक कड़ा रवैया अपनाने जा रहा है, जो स्पष्ट रूप से उनकी नीतियों का उल्लंघन नहीं करती हैं। इसमें वो वीडियोज भी शामिल होंगे, जिसमें 'भड़काऊ धार्मिक कॉन्टेंट' शामिल है। ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि वेब पर उन्हें ढूंढना मुश्किल हो सके।
इन वीडियो के साथ एक चेतावनी दी जाएगी और इन वीडियो के जरिए पैसे नहीं कमाए जाएंगे, रिकमंड नहीं किया जाएगा और इन पर कमेंट भी नहीं किए जा सकेंगे। गूगल से मार्क्स & स्पेंसर, एचएसबीसी, रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड, लॉयड्स, बीबीसी, मैकडॉनल्ड्स, लॉरियल सहित कई कंपनियों ने विज्ञापन वापस ले लिए हैं।गूगल के एक्जिक्यूटिव केंट वाकर ने कहा कि हमें लगता है कि यह अभिव्यक्ति की आजादी और बेहद आक्रामक दृष्टिकोणों को बढ़ावा दिए बिना जानकारी तक पहुंच के बीच सही संतुलन करेगा।
यूट्यूब पर कट्टरपंथी वीडियो पर बढ़ते घोटाले के कारण कई कंपनियों ने अपने विज्ञापन वापस ले लिए थे। इसके साथ ही इस मामले में कंपनी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
यह भी पढ़ें:
वनप्लस 5 के लिए 5 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन, 22 तारीख को होगा लॉन्च
सैमसंग के इन प्रीमियम स्मार्टफोन्स पर हुई 10000 रुपये की कटौती, आप भी उठा सकते हैं लाभ
सिर्फ एक मिस कॉल से 250 रुपये तक रिचार्ज हो जाएगा मोबाइल, जानिए