Move to Jagran APP

एंटरटेनमेंट डोज के लिए बेहतर है टैबलेट

स्‍लिम और हल्‍के टैबलेट, गैजेट की दुनिया में अपनी पुख्‍ता जगह बना चुके हैं। ये इंटरनेट से लैस ऐसे कंप्‍यूटर होते हैं, जो टचस्‍क्रीन और डाउनलोड किए जा सकने वाले एप की वजह से बिल्‍कुल मोबाइल की तरह काम करते हैं। 2010 में पहला एपल आइपैड लांच करने के बाद

By Monika minalEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2015 04:44 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2015 04:47 PM (IST)
एंटरटेनमेंट डोज के लिए बेहतर है टैबलेट

स्लिम और हल्के टैबलेट, गैजेट की दुनिया में अपनी पुख्ता जगह बना चुके हैं। ये इंटरनेट से लैस ऐसे कंप्यूटर होते हैं, जो टचस्क्रीन और डाउनलोड किए जा सकने वाले एप की वजह से बिल्कुल मोबाइल की तरह काम करते हैं। 2010 में पहला एपल आइपैड लांच करने के बाद से ही एपल इस फील्ड का लीडर बना हुआ है, लेकिन अब कई कंपिनयों के टैबलेट आ गए हैं।

loksabha election banner

सवाल यह है कि आपको टैबलेट खरीदना चाहिए या नहीं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी जरूरत किस तरह की है। अगर आप चलते-फिरते बेहतरीन एंटरटेनमेंट और इंटरनेट कनेक्टिविटी चाहते हैं तो टैबलेट आपके लिए बेस्ट है। अगर आपको वेब ब्राउजिंग या स्पेशलाइज्ड एप के इस्तेमाल, फिल्म या म्यूजिक जैसे एंटरटेनमेंट, वीडियो चैट की ज्यादा जरूरत होती है तो भी टैबलेट बेहतर है। हम आपको बताते हैं कि टैबलेट खरीदने में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

खूबियां और खामियां

टैबलेट इस्तेमाल करना थोड़ा खर्चीला सौदा हो सकता है क्योंकि इसका मुख्यत: इस्तेमाल एंटरटेनमेंट और इंटरनेट के लिए ही होता है। अब ज्यादातर टैबलेट कॉलिंग सुविधा वाले आने लगे हैं, लेकिन टैबलेट को फोन की तरह कॉलिंग के लिए इस्तेमाल करना सुविधाजनक नहीं होता। टैबलेट में गेम खेलना और नोट्स वगैरह लेना भी आसान होता है। आजकल टैबलेट 7 से लेकर 13 इंच तक साइज के आ रहे हैं, लेकिन छोटे आकार के टैबलेट ज्यादा उपयुक्त होते हैं। इस बात का खास ध्यान रखिए कि टैबलेट यूज करने और कैरी करने में आसान हो, तत्काल ऑन हो जाता हो और इंटरनेट या एप्स जल्दी एक्सेस होता हो। कई टैबलेट में कीबोर्ड जोड़ने की सुविधा होती है, अगर आपको टाइप करने की जरूरत होती है तो आपको इस सुविधा का ध्यान रखना चाहिए।

प्रोसेसर और ओएस

अगर आजकल के टैबलेट की बात करें तो अब अच्छे प्रोसेसर आने लगे हैं। इनमें डुअल कोर से लेकर, इंटेल एटम, मोटोरोला जूज और आसुस ई ट्रांसफार्मर तक शामिल हैं।

टैबलेट में कई विशेष ऑपरेटिंग सिस्टम इस तरह से डिजाइन किए जाते हैं कि उनका टच इंटरफेस आसान हो। इसलिए यदि आप टैबलेट इस्तेमाल करने में कूल इंटरैक्टिव फील चाहते हैं तो ध्यान रखिए कि उसमें बढ़िया ऑपरेटिंग सिस्टम हो। ऑपरेटिंग सिस्टम में मुख्यत: तीन तरह के विकल्प होते हैं- एंड्रायड, आइओएस या विंडोज। अगर आज के लोकप्रिय टैबलेट ऑपरेटिंग सिस्टम की बात करें तो इनमें गूगल एंड्रायड का हनीकॉंब वर्जन, विंडोज 7 एवं एचपी का मोबाइल वर्जन और एपल आइपैड का ओएस शामिल है।

ओटीजी सपोर्ट

टैबलेट खरीदते समय आपको दो बातों का खासतौर से ध्यान रखना चाहिए। पहला यह कि कई टैबलेट में एक्सपेंडेबल मेमोरी की ज्यादा गुंजाइश नहीं होती और दूसरा, कई टैबलेट ओटीजी पेन ड्राइव को सपोर्ट नहीं करते। ऐसे में आप उसमें ज्यादा कंटेंट नहीं रख सकते।

बैटरी बैकअप

टैबलेट की बैटरी क्षमता बहुत अच्छी होनी चाहिए क्योंकि एंटरटेनमेंट और इंटरनेट इस्तेमाल करने में बैटरी खूब खर्च होती है, यानि लांग बैटरी लाइफ और स्पीडी परफार्मेंस वाला टैबलेट बेस्ट होगा।

- दिनेश अग्रहरि


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.