ज्यादा शराब पीने की आदत को रोकेगा यह एप
कब शौक और मजे में लिया गया एक घूंट उनकी आदत बन गया है, लेकिन आपका स्मार्टफोन एप इस आदत पर भी काबू कर सकता है। अगर आपको नहीं पता कि खुद को ज्यादा शराब पीने से कैसे रोकना है तो फिर इस एप को डाउनलोड करें।
सभी को पता है कि शराब ने आज तक कितने लोगों की जिंदगी और घरों को तबाह किया है। कुछ लोग तो इस आदत को छुड़ाने के लिए रिहेब्लिटेशन सेंटर तक में एडमिट हो जाते हैं और कुछ चाह कर भी नहीं छोड़ पातें क्योंकि उन्हें पता ही नहीं चलता कब शौक और मजे में लिया गया एक घूंट उनकी आदत बन गया है, लेकिन आपका स्मार्टफोन एप इस आदत पर भी काबू कर सकता है। अगर आपको नहीं पता कि खुद को ज्यादा शराब पीने से कैसे रोकना है तो फिर इस एप को डाउनलोड करें। यह आपको रोजाना की एल्कोहल लिमिट से ज्यादा पीने पर सावधान कर देगा।
‘द एल्कोहल ट्रैकर’ नामक एप यूजर्स को बताता कि उन्होंने नियत सीमा से कितनी बीयर पी, शराब का ग्लास लिया या कितने शॉट लगाएं या वह कितना डेली और वीकली हैंडल कर सकते हैं।
जब रेकमेन्डिड डेली और वीकली लिमिट बढ़ जाती है, तब यह एप आपको सावधान करते हुए एक नोटिफिकेशन भेजता है कि रेकमेन्डिड लिमिट से ज्यादा ऊपर जा चुके हैं।
विभिन्न पेय पदार्थ अलग-अलग मात्रा में एल्कोहल कंटेन करते हैं, एप हर ड्रिंक को एल्कोहल की कुछ मात्रा यानि ‘यूनिट्स’ में बदल देता है।
इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ इन सिंगापुर से एप डेवलपर मेलव्यान झांग ने कहा कि “ चिकित्सीय आधार पर ड्रिंकिंग को सही मात्रा में मैनेज करने के लिए मार्केट में मौजूद बहुत से स्मार्टफोन एप्स ठीक तरह से जानकारी नहीं देते। कुछ एप्स तो ड्रिंकिंग को रोकने की जगह बढ़ावा देते हैं।“
नए एप में यूजर्स के लिए साइक्लोजिकल थेरेपीज और हेल्पलाइन लिंक्स को प्रदान किया गया है ताकि खतरनाक ड्रिंकिंग से दूर रहने के लिए संकेत दिया जा सकें।एक वैलडैटड प्रशनावली से यूजर्स को पता चल जाता है कि उनका पीना खतरे की सीमा की ओर जा रहा है।
झांग ने आगे कहा कि “नेशनल गाइडेंस इन यूके (एनआइसीइ) और कनाडा द्वारा इसमें औरतों और आदमियों के लिए कितना इंटेक सेफ होगा रेकमेन्डिड किया गया है।“
यह नया एप डॉक्टर्स ने विकसित किया है और यह क्लिनिकल एविडेंस पर आधारित है ताकि लोग सही तरीके से अपना एल्कोहल इनटेक मैनेज कर सकें।