ऐतिहासिक है इस्लामिक साल का पहला महीना
इस्लामिक साल हिजरी 1436 रविवार से शुरू हो गया। साल का पहला महीना मोहर्रम कहलाता है। ये महीना इस्लामी इतिहास में अहम है। बहुत सारी घटनाएं इसी मोहर्रम के महीने में हुई। दुनिया के सबसे पहले इंसान हजरत आदम, जो इस्लामी मान्यता के अनुसार सर्व प्रथम पैगंबर भी हैं। इसी महीने में दुनिया में आए थे। दूसरे महत्वपूर्ण पैगंबर हजरत नूह क
आगरा। इस्लामिक साल हिजरी 1436 रविवार से शुरू हो गया। साल का पहला महीना मोहर्रम कहलाता है। ये महीना इस्लामी इतिहास में अहम है। बहुत सारी घटनाएं इसी मोहर्रम के महीने में हुई।
दुनिया के सबसे पहले इंसान हजरत आदम, जो इस्लामी मान्यता के अनुसार सर्व प्रथम पैगंबर भी हैं। इसी महीने में दुनिया में आए थे। दूसरे महत्वपूर्ण पैगंबर हजरत नूह की किश्ती पहाड़ पर इसी महीने में रुकी थी। पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन को इस महीने की 10 तारीख को करबला में जालिमों ने शहीद कर दिया था। जिनकी याद पूरी दुनिया में की जाती है। ताजिए भी उन्हीं की याद में रखे जाते हैं।
मिर्जा गालिब अकादमी के निदेशक डॉ.सैयद इख्तियार जाफरी के अनुसार हिजरी सन की शुरुआत पैगंबर हजरत मोहम्मद के ना तो जन्म से शुरू होती है न मृत्यु से। बल्कि ये सन् उस समय से शुरू माना जाता है, जब हजरत मोहम्मद अपने दुश्मनों से परेशान होकर मक्का शहर छोड़ कर मदीना चले गए थे। हजरत पैगंबर की मृत्यु के करीब 4 साल बाद हजरत उमर ने इस सन् की शुरुआत की। उसके बाद यही सन् इस्लामी हुकूमतों और ऐतिहासिक आलेखों के लिए मान्य कर दिया गया।