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इसबार मां दुर्गा डोली पर आयेंगी व हाथी पर जायेंगी

शारदीय नवरात्र इस बार 25 सिंतबर (आश्रि्वन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा)को प्रारंभ हो रहा है। आगमन के लेकर घर से बाजार तक तैयारी चल रही है। इस बार मां दुर्गा डोली पर आ रही है। जो प्रजा के लिए विग्रहवाला(मुत्यु तुल्य कष्ट के समान) रहेगा। मां दुर्गा हाथी पर प्रस्थान करेगी जो भक्तों के लिए शुभकारी रहेगा। 12.29 दोपहर तक होगा कलश

By Edited By: Published: Mon, 22 Sep 2014 04:16 PM (IST)Updated: Mon, 22 Sep 2014 04:19 PM (IST)
इसबार मां दुर्गा डोली पर आयेंगी व हाथी पर जायेंगी

पटना। शारदीय नवरात्र इस बार 25 सिंतबर (आश्रि्वन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा)को प्रारंभ हो रहा है। आगमन के लेकर घर से बाजार तक तैयारी चल रही है। इस बार मां दुर्गा डोली पर आ रही है। जो प्रजा के लिए विग्रहवाला(मुत्यु तुल्य कष्ट के

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समान) रहेगा। मां दुर्गा हाथी पर प्रस्थान करेगी जो भक्तों के लिए शुभकारी रहेगा।

12.29 दोपहर तक होगा कलश स्थापन-

पंडित संपत कुमार मिश्र ने बताया कि इस बार कलश स्थापना का शुभ समय प्रात: काल से लेकर दोपहर 12: 29 बजे तक रहेगा। इसी बीच भक्त कलश स्थापित करा सकते है। जो लोग कलश स्थापित नहीं करा रहे है। वे सिर्फ पीतल के कलश (लोटिया) में जल रख दुर्गासप्तशती का पाठ कर सकते है। उन्हें कलश स्थापना का ही फल मिलेगा। इस बार दशमी तिथि का लोप है।

2 अक्टूबर को होगा अष्टमी व नवमी-

महाष्टमी व नवमी 2 अक्टूबर को होगा। इसलिए हवन भी इसी दिन को होगा। 3 अक्टूबर को सुबह 6.24 बजे के बाद दशमी है और विजयादशमी मनायी जाएगी।

मां दुर्गा को नव दिन चढ़ायें नौ प्रसाद-

तिथि- प्रसाद- फल

प्रथम- गाय का घी- निरोग

द्वितीया-शक्कर- आयु में वृद्धि

तृतीय- गाय का दूध-दुखों से मुक्ति

चतुर्थी- मालपुआ- बुद्धि का विकास

पंचमी- केला-शरीर स्वस्थ

षष्ठी-शहद-आकर्षण व शाक्ति का विकास

सप्तमी-गुड़-शोक से मुक्ति

अष्टमी-नारियल-संतान प्राप्ति

नवमी-काला तील-मृत्यु भय नहीं होता ।


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