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यमुना जन्मोत्सव: ताजे पानी में हो सकेगा स्नान और पूजन

यमुना छठ पर शनिवार को श्रद्धालु ताजे पानी में स्नान कर सकेंगे। पूजन करते समय भी उन्हें सुखद एहसास होगा। ओखला बांध से पानी का डिस्चार्ज बढ़ा दिया गया है। अन्य व्यवस्थाएं भी दुरुस्त की गयी हैं। यमुना जन्मोत्सव के चार दिन पूर्व से ओखला से ताजा पानी तो आना शुरू हो चुका है, पर शुक्रवार को सरस्वती कुंड मार्ग पर एक पुलिया में रोका ल

By Edited By: Published: Sat, 05 Apr 2014 04:14 PM (IST)Updated: Sat, 05 Apr 2014 04:21 PM (IST)
यमुना जन्मोत्सव: ताजे पानी में हो सकेगा स्नान और पूजन

मथुरा। यमुना छठ पर शनिवार को श्रद्धालु ताजे पानी में स्नान कर सकेंगे। पूजन करते समय भी उन्हें सुखद एहसास होगा। ओखला बांध से पानी का डिस्चार्ज बढ़ा दिया गया है। अन्य व्यवस्थाएं भी दुरुस्त की गयी हैं।

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यमुना जन्मोत्सव के चार दिन पूर्व से ओखला से ताजा पानी तो आना शुरू हो चुका है, पर शुक्रवार को सरस्वती कुंड मार्ग पर एक पुलिया में रोका लग जाने से पूरी गंदगी यमुना में चली गयी। नाविक और पालिका कर्मी घाटों पर बहकर आए कचरे को देर शाम तक आगे बहाने में जुटे हुए थे। यमुना जन्मोत्सव से पहले माथुर चतुर्वेद परिषद समेत यमुना कार्ययोजना के याची गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने जिला प्रशासन से समूची व्यवस्था करने की मांग की थी। जिला प्रशासन ने प्रयास कर ओखला से ताजा पानी डिस्चार्ज करा दिया है, जो तीन दिन से आ रहा है। एक और दो अप्रैल को छह-छह हजार क्यूसेक पानी ओखला से छोड़ा गया, जबकि तीन और चार अप्रैल को चार-चार हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज दर्ज किया गया है। शुक्रवार को हिंडन से भी 450 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

यमुना में पानी आ जाने से गंदगी तो काफी हद तक आगे बह गयी थी और जलस्तर भी थोड़ा बढ़ा हुआ है, लेकिन शुक्त्रवार को सरस्वती कुंड स्थित कल्याणं करोति से लेकर मसानी एसपीएस में मिलने वाले नाले की पुलिया अवरुद्ध हो गयी। इससे सड़क पर दो-दो फुट पानी भर गया। पालिका के कर्मचारियों ने जेसीबी से अवरुद्ध पानी को खोला तो सारा पानी अपने साथ गंदगी लेकर मसानी नाले के जरिए यमुना में समा गया।

इससे कंस किले से लेकर विश्रम घाट तक यमुना में दिन भर गंदगी तैरती रही। पालिका प्रशासन के कर्मचारियों एवं सेवा भावी नाविक दिन भर गंदगी को आगे करके घाटों को साफ करने में जुटे रहे। कार सेवा देर सायं तक चलती रही, जिसमें काफी हद तक विश्रम घाट के आसपास सफाई की जा चुकी थी। इस मध्य घाट किनारे व बाजारों में लगी हाईमास्ट, सोडियम आदि लाइटें भी सही कर दी गयी हैं। मसानी स्थित सीवेज पंपिंग स्टेशन का संचालन दिन भर किया गया। यहां पालिका ने जेनरेटरों के लिए डीजल की व्यवस्था भी की है। याची गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने व्यवस्थाओं पर संतोष जताया है।

यमुना किनारे सफाई कार्य अनवरत रूप से जारी है। शुक्रवार को यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार डीपी चतुर्वेदी व केपी सिंह द्वारा जेसीबी व ट्रैक्टर चलवाये गये। यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत जयकृष्ण दास ने कहा कि सभी ब्रजवासी यमुना प्रेमियों के सहयोग से गऊ घाट को सुन्दर बनाकर उन पर जल लाया जायेगा और इस स्थान को सुन्दर पर्यटक स्थल बनाया जायेगा। दावा है कि पिछले साल हुआ आन्दोलन अब रंग लाने लगा है। यमुना रक्षक दल के तकनीकी सलाहकार ने बताया कि अब उत्तराखंड में लखवार बांध का निर्माण शुरू हो गया है। यह यमुना रक्षक दल व यमुना भक्तों के प्रयास का फल है। यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रमेश सिसौदिया ने कहा कि बांध का निर्माण कार्य प्रारम्भ होना यमुना रक्षक दल व यमुना भक्तों के अथक प्रयासों का ही परिणाम है।


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