दो आषाढ़ होने के कारण भक्तों ने आठ मंगलवार तक बजरंगबली की उपासना की
आषाढ़ माह के आठवें और आखरी मंगलवार को हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना हुई। मंदिरों में दिनभर धार्मिक अनुष्ठानों के साथ भजन-कीर्तन और भंडारा हुआ। सुबह से देर शाम तक हनुमान मंदिरों में हनुमान चालीसा, सुंदरकाण्ड पाठ के साथ बजरंगबली के जयकारे गूंजते रहे।
सागर । आषाढ़ माह के आठवें और आखरी मंगलवार को हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना हुई। मंदिरों में दिनभर धार्मिक अनुष्ठानों के साथ भजन-कीर्तन और भंडारा हुआ। सुबह से देर शाम तक हनुमान मंदिरों में हनुमान चालीसा, सुंदरकाण्ड पाठ के साथ बजरंगबली के जयकारे गूंजते रहे। इस वर्ष दो आषाढ़ होने के कारण भक्तों ने आठ मंगलवार तक बजरंगबली की उपासना की।
आखरी मंगलवार को हनुमान मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की ज्यादा भीड़ थी। पंचमुखी हनुमान मंदिर, परेड हनुमान मंदिर, दादा दरबार, डूंठावली हनुमान मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर एवं पहलवान बब्बा मंदिर में भक्तों ने हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ किया। परेड मंदिर एवं दादा दरबार में विशेष पूजा अर्चना हुई। अंजनीलाल की पूजा, सत्यनारायण की कथा गढ़पहरा हनुमान मंदिर में भक्तों की भीड़ का आलम यह था कि सुबह से लेकर शाम तक यहां दर्शनों के लिए भक्तों की कतारें लगी रही। इस प्राचीन हनुमान मंदिर में सुबह 4 बजे से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। यहां पर श्रद्घालुओं ने हनुमान जी की पूजा के साथ ही सत्यनारायण भगवान की कथा भी कराई।
सांध्यकालीन आरती एवं रात में महाआरती हुई। इस दौरान मंदिर परिसर में भंडारे का आयोजन भी किया गया, जिसमें हजारों भक्तों ने पहुंचकर प्रसादी अर्पित की। हनुमानजी को चढ़ाई ध्वजा, हुआ श्रृंगार आषाढ़ के आखरी मंगलवार को कई भक्तों ने बजरंगबली बब्बा को झंडे अर्पित किए। राधा तिराहा, डूंठावली एवं पंचमुखी हनुमान मंदिर में अंजनीलाल का सोने एवं चांदी के आभूषणों से श्रृंगार किया गया जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। वहीं दूसरी ओर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं नमकमंडी से जुलूस के रूप में ध्वजा लेकर तीनबत्ती स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना कर ध्वजा चढ़ाई। इस दौरान भक्तों को प्रसादी अर्पित की गई। कई भक्त गाजे-बाजे के साथ गढ़पहरा, परेड सहित अन्य मंदिरों में पहुंचे और रामभक्त हनुमानजी को ध्वजा अर्पित की।