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    विंध्याचल में पंडा समाज के नेतृत्व में निकाला गया जुलूस, मंदिर में हुई सभा

    By Preeti jhaEdited By:
    Updated: Sat, 05 Dec 2015 09:40 AM (IST)

    विंध्यवासिनी 46मंदिर के अधिग्रहण की प्रदेश सरकार की तैयारी के विरोध में शुक्रवार को विंध्य पंडा समाज के आहवान पर विंध्याचल में जबर्दस्त बंदी रही। पंडा समाज के नेतृत्व में लोगों ने जुलूस निकालकर सरकार के कदम पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने सीओ सिटी श्वेता श्रीवास्तव को ज्ञापन देकर सरकार

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    मीरजापुर। विंध्यवासिनी 46मंदिर के अधिग्रहण की प्रदेश सरकार की तैयारी के विरोध में शुक्रवार को विंध्य पंडा समाज के आहवान पर विंध्याचल में जबर्दस्त बंदी रही। पंडा समाज के नेतृत्व में लोगों ने जुलूस निकालकर सरकार के कदम पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने सीओ सिटी श्वेता श्रीवास्तव को ज्ञापन देकर सरकार से अधिग्रहण का प्रस्ताव रद करने की मांग की।
    इलाके में बंदी का असर इस कदर रहा कि पूजन सामग्री की दुकानों के साथ-साथ चाय-पान तक की दुकानें भी नहीं खुलीं। बगैर पूजन सामग्री के ही श्रद्धालुओं ने मां का दर्शन-पूजन किया। बाहर से आए श्रद्धालु चाय-पान और नाश्ते के लिए परेशान दिखे। मंदिर से लगी कोतवाली गली, न्यू वीआइपी गली, पुरानी वीआइपी गली, जयपुरिया गली, पक्काघाट, कचौड़ी गली में सन्नाटा पसरा रहा। इसके अलावा बरतर हनुमान तिराहा, बंगाली तिराहा, बावली चौराहा, स्टेट बैंक चौराहा, रामजानकी मंदिर, रोडवेज व प्राइवेट बस स्टैंड रोड की दुकानें भी पूरी तरह बंद थीं। दोपहर बाद बड़ी संख्या में लोग मंदिर में एकत्र हुए। यहां से एक बजे मौन जुलूस निकाला गया। जुलूस थाना कोतवाली रोड, बरतर बंगाली तिराहा, बावली चौराहा, स्टेट बैंक तिराहा व चामुंडा गली से होते हुए मंदिर लौटा। वहां पंडा समाज के मुखिया धर्मेंद्र पांडेय की अध्यक्षता में सभा हुई। सभा में रत्नाकर मिश्र ने कहा कि वर्ष 1982 में विंध्य विकास परिषद का गठन किया गया था। जिलाधिकारी को उसका अध्यक्ष, एसपी को उपाध्यक्ष व सिटी मजिस्ट्रेट सचिव बनाए गए। इसके अलावा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी, तहसीलदार, विंध्याचल थाना प्रभारी सदस्य हैं। सवाल उठाया कि यदि इन वरिष्ठ अधिकारियों के रहते यदि कोई मंदिर की व्यवस्था में गड़बड़ी कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाती। अधिग्रहण के बाद भी यहीं अधिकारी पूरी व्यवस्था देखेंगे। इस स्थिति में अधिग्रहण के बाद स्थिति कैसे सुधर जाएगी। धर्मेंद्र पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर पंडा समाज के प्रतिनिधि बांके बिहारी और विंध्यवासिनी मंदिर का अधिग्र्रहण प्रस्ताव को खारिज करने की मांग रखेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक प्रस्ताव रद नहीं होता, पंडा समाज का काली पट्टी बांध कर विरोध जारी रहेगा।

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