बद्रीनाथ के पास बादल फटने से हाइवे बहा, दो कांस्टेबल की मौत
मानसून ने शुरुआती दौर में ही लोगों को परेशानी में डालना शुरू कर दिया है। बुधवार को बदरीनाथ के पास लामबगड़ में बादल फट गया। इससे बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का 20 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया और मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। अब यात्री बगड़ासी होते हुए ढाई किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर बदरीनाथ धाम पहुंच रह
देहरादून। मानसून ने शुरुआती दौर में ही लोगों को परेशानी में डालना शुरू कर दिया है। बुधवार को बदरीनाथ के पास लामबगड़ में बादल फट गया। जिससे दो कांस्टेबल की मौत हो गई। इससे बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का 20 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया और मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। अब धीरे-धीरे हल्के वाहनों के लिए मार्ग खोले जा रहें हैं।
जानकारी के अनुसार बद्रीनाथ में बादल फटने से सड़क टूट कर बह गई है। दिल्ली के कई परिवार सहित काफी लोग यहां फंसे हुए हैं। दो कांस्टेबल की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार शाम तक रास्ता खुलने की उम्मीद जताई जा रही है।
अब यात्री बगड़ासी होते हुए ढाई किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। एहतियातन यात्री वाहनों को जोशीमठ, बदरीनाथ व पांडुकेश्वर में रोक दिया गया है। वापसी मार्ग पर कुछ वाहन फंस गए हैं। बुधवार को देहरादून समेत उत्तराखंड के अधिकतर पहाड़ी क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई। जिससे लोगों को गर्मी व उमस से तो राहत मिली लेकिन कई क्षेत्रों में बारिश परेशानी का सबब भी बनी। तेज बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन की सूचना हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों, खासकर चार धाम यात्रा मार्गो पर तो बारिश मुसीबत बनने लगी है। लामबगड़ में बादल फटने से क्षतिग्रस्त हुए राजमार्ग के 20 मीटर हिस्से को ठीक करने में भी बारिश के कारण परेशानी पेश आ रही है। चमोली के एसपी सुनील कुमार मीणा ने बताया कि एहतियात के तौर पर यात्री वाहनों को जोशीमठ, बदरीनाथ व पांडुकेश्वर में रोक दिया गया है। राज्य मौसम केंद्र के निदेशक डॉ. आनंद शर्मा के अनुसार अगले 24 घंटों में सूबे के 50 से 75 प्रतिशत हिस्से में हल्की से मध्यम अथवा गरज के साथ वर्षा हो सकती है।