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इस बार ग्रहण पर हनुमान की आराधना का विशेष महत्व है

हनुमान जयंती पर इस वर्ष चंद्र ग्रहण होगा। इसका प्रारंभ चार अप्रैल को तीसरे पहर 3.45 बजे और मोक्ष (समाप्ति) शाम 7.15 पर होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान श्वेत वस्तुओं घी, दूध, चावल, वस्त्र आदि का दान करना शुभ रहेगा।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2015 12:57 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2015 01:01 PM (IST)
इस बार ग्रहण पर हनुमान की आराधना का विशेष महत्व है

रुड़की। हनुमान जयंती पर इस वर्ष चंद्र ग्रहण होगा। इसका प्रारंभ चार अप्रैल को तीसरे पहर 3.45 बजे और मोक्ष (समाप्ति) शाम 7.15 पर होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान श्वेत वस्तुओं घी, दूध, चावल, वस्त्र आदि का दान करना शुभ रहेगा।

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आइआइटी रुड़की परिसर स्थित सरस्वती मंदिर के पुजारी आचार्य राकेश कुमार शुक्ल ने बताया कि शास्त्रनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक नौ घंटे पहले प्रारंभ हो जाता है, इसलिए इस ग्रहण का सूतक शनिवार सुबह 6.45 बजे से शुरू हो जाएगा। उनके अनुसार वर्षा अधिक होने से यह चंद्र ग्रहण कृषक वर्ग के लिए लाभकारी होगा। साथ ही शनि से पीडि़त व्यक्ति के लिए भी यह ग्रहण खास होगा। इस दिन श्रीराम भक्त हनुमान की आराधना का विशेष महत्व है। यह ग्रहण हस्त नक्षत्र और कन्या राशि में घटित होगा, इसलिए मेष, वृष, मिथुन, कन्या और धनु राशि के लिए कष्टकारी होगा। उनके अनुसार पिछले 65 वर्षो में हनुमान जयंती पर चार चंद्र ग्रहण पड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि संवत् 2072 (2015-16) का पहला ग्रहण 20 मार्च को हो चुका है, लेकिन वह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखा था। इसके बाद दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण होंगे। ग्रहण के कारण हनुमान जयंती का कार्यक्रम विलंब से होगा।


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