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साल में एक बार खुलते हैं यह मंदिर

साल में एक बार खुलने वाले भगवान कार्तिकेय मंदिर के पट सुबह 4 बजे श्रद्घालुओं के लिए खोल दिए गए। बुधवार को जीवाजीगंज स्थित भगवान कार्तिकेय के इस मंदिर पर श्रद्घालुओं ने पहुंचकर 365 बाती के दीपक को प्रज्वलित कर अपने परिवार की सुख-समृद्घि की कामना की। मंदिर के पट रात

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2015 04:27 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2015 09:53 AM (IST)
साल में एक बार खुलते हैं यह मंदिर

ग्वालियर। साल में एक बार खुलने वाले भगवान कार्तिकेय मंदिर के पट सुबह 4 बजे श्रद्घालुओं के लिए खोल दिए गए। बुधवार को जीवाजीगंज स्थित भगवान कार्तिकेय के इस मंदिर पर श्रद्घालुओं ने पहुंचकर 365 बाती के दीपक को प्रज्वलित कर अपने परिवार की सुख-समृद्घि की कामना की।

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मंदिर के पट रात 12 बजे खोले गए थे। मंदिर में साफ-सफाई के बाद भगवान कार्तिकेय का अभिषेक कार्य वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न कराया गया। सुबह भगवान कार्तिकेय का भव्य श्रृंगार किया गया। मंदिर पर श्रद्घालुओं के पहुंचने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। श्रद्घालुओं के लिए मंदिर के पट गुरुवार की सुबह 4 बजे तक खुले रहेंगे। इस मंदिर पर अंचल के साथ-साथ राजस्थान, झांसी सहित अन्य जगहों से भी बड़ी संख्या में श्रद्घालु भगवान कार्तिकेय के दर्शन करने पहुंचे। इस मौके पर प्रसाद का वितरण भी किया गया।

महिलाओं ने करे दर्शन

मंदिर पर सुबह महिला श्रद्घालुओं ने भी पहुंचकर भगवान कार्तिकेय के दर्शन किए। वैसे तो भगवान कार्तिकेय का दर्शन महिलाओं के लिए वर्जित है, लेकिन कार्तिक पूर्णिमा के दिन महिलाएं भगवान कार्तिकेय के दर्शन कर सकती हैं। इसलिए इस मंदिर पर महिला श्रद्घालु भी बड़ी संख्या में पहुंचीं।

पुलिस रही तैनात

- मंदिर पर श्रद्घालुओं की भीड़ होने से पुलिस बल भी तैनात रहा, ताकि मंदिर में आने-जाने वाले श्रद्घालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। मंदिर के भीतर महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद थीं। इसकी वजह से सभी श्रद्घालुओं को लाइन लगाकर भगवान कार्तिकेय के दर्शन करने पड़े।


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