भक्तों के चेहरे पर मां का आशीर्वाद प्राप्त होने की खुशी व सुख दिखाई दे रहा था
मनोकामना सिद्धपीठ कालकाजी मंदिर में मां के दर्शन करने के लिए तड़के से ही लोग मंदिर के दरवाजे पर कतार लगाकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे थे।
दिल्ली। कालकाजी, छतरपुर और झंडेवालान मंदिर के साथ ही दिल्ली के विभिन्न मंदिरों में भक्तों ने मां की
पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान मां के जयकारों से मंदिर गूंज उठे। मां की आराधना के लिए देर रात से ही मंदिरों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
प्रसिद्ध मनोकामना सिद्धपीठ कालकाजी मंदिर में मां के दर्शन करने के लिए तड़के से ही लोग मंदिर के दरवाजे पर कतार लगाकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे थे। यह स्थिति पूरे दिन बनी रही। इस दौरान मंदिर परिसर ही नहीं बल्कि आसपास का माहौल भी मेले के समान बन गया था। हर ओर आकर्षक वस्त्र पहने हर उम्र के भक्त मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे थे। इस दौरान कतार में लगे भक्तों के चेहरे पर देवी दर्शन की व्याकुलता दिख रही थी। वहीं, दर्शन के बाद मंदिर से बाहर निकल रहे भक्तों के चेहरे पर मां का आशीर्वाद प्राप्त होने की खुशी
व सुख दिखाई दे रहा था। मंदिरों पर भक्त छोटे-छोटे समूह में जुलूस के रूप में पहुंच रहे थे।
मंदिरों पर भंडारे का आयोजन किया गया था जहां भक्तों को प्रसाद का वितरण किया गया। इसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। कालकाजी मंदिर के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि भंडारे में सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। वहीं, प्रसिद्ध छतरपुर मंदिर में भी विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने भोग ग्रहण किया।