श्रद्धालु बांके बिहारी के साथ पर्व मनाने से नहीं भूलते
त्योहार कोई भी हो, देशभर के श्रद्धालु अपने आराध्य बांके बिहारी के साथ पर्व मनाने से नहीं भूलते। यही कारण है कि पूरे दिन बिहारीजी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। प. बंगाल और दक्षिण के प्रांतों में दीपावली पर्व कम संख्या में लोग मनाते हैं, इस कारण इन प्रदेश के हजारों श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर में धनतेरस के दिन
वृंदावन। त्योहार कोई भी हो, देशभर के श्रद्धालु अपने आराध्य बांके बिहारी के साथ पर्व मनाने से नहीं भूलते। यही कारण है कि पूरे दिन बिहारीजी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। प. बंगाल और दक्षिण के प्रांतों में दीपावली पर्व कम संख्या में लोग मनाते हैं, इस कारण इन प्रदेश के हजारों श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर में धनतेरस के दिन कड़ी संख्या में दिखाई दिए।
बांके बिहारी मंदिर में सुबह पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। यह भीड़ दोपहर बारह बजे तक नहीं टूटी। दर्शन करने वालों में दिल्ली, हरियाणा के अलावा पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत के लोगों की संख्या अधिक देखी गई। हालांकि दिल्ली और हरियाणा के लोगों ने बिहारी जी के साथ सेवाभाव कर दीपावली मनाई तथा अनेक लोगों ने शाम के वक्त दीपदान किया।
मंदिर में दर्शन के बाद वार्ता करने पर कोलकाता से आये धीरेन दास ने बताया कि वह सरकारी सेवा में हैं, दीपावली की छुट्टी में वह हर साल ब्रज में दर्शन और भ्रमण को आते हैं। मंदिर के आसपास सैकड़ों की तादाद में दक्षिण भारत के लोग मंदिर दर्शन करने को लाइन में लगे थे। इन लोगों ने बताया कि वह रंगजी मंदिर और बांके बिहारी के दर्शन को कार्तिक मास में आए हैं। वृंदावन के बाद वे ब्रज के भ्रमण पर बरसाना, नंदगांव और गोवर्धन भी जाएंगे।
पेड़े की हुई जमकर खरीद -
शहर भर में मंदिरों के आसपास बनी दुकानों में दूसरे शहरों से आए लोगों ने पेड़े की जमकर खरीद की। दिल्ली, हरियाणा आए कुछ लोगों ने पूछे जाने पर बताया कि वह लोग दीपावली पर वृंदावन के पेड़े का भोग श्रीगणेश-लक्ष्मी को लगाएंगे। कुछ लोगों ने कहा कि वह पेड़े अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भेंट करेंगे।