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तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट हुए बंद

पंच केदारों में शामिल तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट गुरुवार को पौराणिक रीति-रिवाज एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 01:38 PM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 01:50 PM (IST)
तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट हुए बंद

रुद्रप्रयाग। पंच केदारों में शामिल तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ
के कपाट गुरुवार को पौराणिक रीति-रिवाज एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शीतकाल
के लिए बंद कर दिए गए हैं। अब शीतकाल के छह माह तक भगवान की पूजा-अर्चना
मार्केण्डय मंदिर मक्कूमठ में होगी।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत गुरुवार सुबह छह बजे से रुद्राभिषेक के साथ ही
पंच पुरोहित, पुजारी एवं हक-हकूकधारी ने पंचांग पूजन व नवग्रह दान कर विशेष
पूजा-अर्चना की। विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान तुंगनाथ के
कपाट ठीक 11 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इसके बाद मंदिर की परिक्रमा कर
उत्सव डोली मार्केण्डय मंदिर मक्कूमठ स्थित गद्दीस्थल के लिए रवाना हुई। एक
नवंबर को भगवान तुंगनाथ अपने गद्दीस्थल मार्केण्डय मंदिर मक्कूमठ के गर्भगृह
में विराजमान होंगे। आने वाले शीतकाल के छह माह तक भक्त यहीं पर भगवान की
पूजा-अर्चना एवं दर्शन कर सकेंगे।

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