लंबी बीमारी से पीड़ित भी यहां पहुंचते हैं और स्नान कर पूजा अर्चना करने के बाद स्वस्थ होते हैं
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्यपुत्री मां ताप्ती के पवित्र जल में स्नान करने से प्रेत बाधा से हमेशा के लिये मुक्ति मिल जाती है। इस दिन आसपास के जिलों से भी सैकड़ों ऐसे लोग जो प्रेतबाधा से पीड़ित होते हैं, वे पहुंचते हैं और नदी में स्नान कर भगत के
By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2015 11:31 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2015 01:21 PM (IST)
बैतूल। कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्यपुत्री मां ताप्ती के पवित्र जल में स्नान करने से प्रेत बाधा से हमेशा के लिये मुक्ति मिल जाती है। इस दिन आसपास के जिलों से भी सैकड़ों ऐसे लोग जो प्रेतबाधा से पीड़ित होते हैं, वे पहुंचते हैं और नदी में स्नान कर भगत के बताए अनुसार पूजा अर्चना कर इस बाधा से मुक्ति पाते हैं।
आदिवासी समाज में इस दिन का विशेष महत्व होता है, लंबी बीमारी से पीड़ित भी यहां पहुंचते हैं और स्नान कर पूजा अर्चना करने के बाद स्वस्थ होते हैं।
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