थानों में सुरक्षित रहेगा देवताओं से जुड़ा रिकॉर्ड
कुल्लू में देवी-देवताओं के मंदिरों में रखी हर वस्तु की फोटोग्राफी होगी। इनमें मंदिरों में पड़ी पुरातात्विक महत्व की हर वस्तु से लेकर आभूषण, देवरथ और उनमें सजे सोने चांदी के मोहरे आदि शामिल हैं। तमाम वस्तुओं की सूची और चित्रों से संबंधित पूरे रिकार्ड को संबंधित थाना में पुलिस
कुल्लू। कुल्लू में देवी-देवताओं के मंदिरों में रखी हर वस्तु की फोटोग्राफी होगी। इनमें मंदिरों में पड़ी पुरातात्विक महत्व की हर वस्तु से लेकर आभूषण, देवरथ और उनमें सजे सोने चांदी के मोहरे आदि शामिल हैं। तमाम वस्तुओं की सूची और चित्रों से संबंधित पूरे रिकार्ड को संबंधित थाना में पुलिस सुरक्षित रखेगी। तमाम संपति का पूरा ब्योरा पुलिस के पास रहेगा। चोरी की वारदातों के समय इस रिकॉर्ड से शातिरों तक पहुंचना पुलिस के लिए आसान होगा।
कुल्लू में देवी-देवता अरबों रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। देवताओं के मंदिरों में पुरातात्विक महत्व की वस्तुओं के अलावा सोने चांदी के भी भंडार हैं। कई देवताओं के पास तो सात आठ किलोग्राम से भी अधिक सोना ही है। देवताओं की संपत्ति पर चोरों की भी नजरें गढ़ी हुई हैं। कुल्लू के पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि पूरा रिकार्ड चोरी की घटनाओं के मौके पर पुलिस के काम आएगा। उन्होंने कहा कि सभी देवी देवताओं के कारदारों को पुलिस ने पत्र भी भेजे हैं तथा दूरभाष पर भी संपर्क साधा है। कारदारों और अन्य देव कारकूनों को मंदिरों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है। मंदिरों में लगभग 15 मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे और हूटर भी लग गए हैं। अन्य मंदिरों में इस तरह की व्यवस्था पर बल दिया जा रहा है। चौकीदारों की व्यवस्था किए जाने से भी चोरी की वारदातों पर अंकुश लगेगा। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले में साढ़े चार सौ से अधिक देवी देवताओं के मंदिर हैं। उन्होंने असमर्थता जताते हुए कहा कि पुलिस सभी मंदिरों की सुरक्षा के लिए अपने कर्मचारियों को तैनात नहीं कर सकती है। कुल्लू जिला में पुलिस अधिकारियों, एनजीओस से लेकर आरक्षियों तक की कुल संख्या भी साढ़े चार सौ से कम है। इस लिए मंदिर कमेटियों को अपने स्तर पर सुरक्षा के इंतजाम करने होंगे और पुलिस हर कार्य में सहयोग रहेगा।