ऐसे में कैसे होगी बद्रीनाथ यात्रा
बदरीनाथ हाईवे पर खराब मौसम से बीआरओ के हिमखंड काटने के काम में एक कदम आगे बढऩे के बजाए बार बार कदम रोकने पड़ रहे हैं। हाल में हुई बर्फबारी से सड़क से हिमखंड हटाने के काम में परेशानी पैदा हो रही है। हिमखंड बार बार टूटने से काम में
गोपेश्वर। बदरीनाथ हाईवे पर खराब मौसम से बीआरओ के हिमखंड काटने के काम में एक कदम आगे बढऩे के बजाए बार बार कदम रोकने पड़ रहे हैं। हाल में हुई बर्फबारी से सड़क से हिमखंड हटाने के काम में परेशानी पैदा हो रही है। हिमखंड बार बार टूटने से काम में लगे मजदूरों को भी खतरा हो सकता है।
दो दिनों से जिस प्रकार हनुमानचट्टी तक बर्फबारी हुई। उससे हाईवे सहित पहाडिय़ों में कच्ची बर्फ भारी मात्रा में जमा हो गई है। यह कार्य करने के दौरान बार बार गिरने से काम करने में रोड़ा बन सकती है। वहीं बीआरओ का डामरीकरण का काम भी खराब मौसम के चलते प्रभावित हुआ है। बीआरओ की मुश्किलें यह है कि इस समय से पहले कपाट खुल रहे हैं और कम समय में उन्हें हाइवे सुचारु करने की चुनौती है, लेकिन अभी तक बीआरओ की मशीनें हनुमानचट्टी के पास रड़ांग द्वितीय नाला तक ही पहुंच चुकी है। अब तक बीआरओ पांच हिमखंडों को हटा चुका है। हालांकि अभी तक बदरीनाथ सात किमी हाईवे हिमखंडों से पटी है।
साफ है कि अभी दर्जनभर से अधिक हिमखंडों को साफ कर सड़क बनाने की चुनौती है। हालांकि अधिकारी समय पर हाइवे सुचारु करने का भरोसा दिला रहे हैं।