श्रावण में महाकाल को जल चढ़ाने के लिए 40 मिनट का समय
शनिवार से महाकाल में भस्म आरती के समय में बदलाव हो गया। नई व्यवस्था से आम दिनों की अपेक्षा भक्तों को हरिओम का जल चढ़ाने के लिए 40 मिनट का समय मिलेगा। श्रावण-भादौ मास में करीब डेढ़ महीना यह क्रम चलेगा। सहायक प्रशासक प्रीति चौहान ने बताया आम दिनों में
उज्जैन। शनिवार से महाकाल में भस्म आरती के समय में बदलाव हो गया। नई व्यवस्था से आम दिनों की अपेक्षा भक्तों को हरिओम का जल चढ़ाने के लिए 40 मिनट का समय मिलेगा। श्रावण-भादौ मास में करीब डेढ़ महीना यह क्रम चलेगा। सहायक प्रशासक प्रीति चौहान ने बताया आम दिनों में 4 बजे मंदिर के पट खुलते हैं, लेकिन श्रावण सोमवार पर रात्रि 2.30 बजे तथा श्रावण-भादौ मास के शेष दिनों में तड़के 3 बजे मंदिर के पट खोले जाएंगे। इसके बाद भस्म आरती होगी। इस व्यवस्था से अधिक भक्तों को दर्शन का मौका मिलेगा।
आमदिनों में आरती का समय 2 घंटे 5 मिनट का रहता है। लेकिन श्रावण मास में भक्तों की सुविधा के लिए आरती 2 घंटे 25 मिनट की होती है। हरिओम का जल चढ़ाने का समय 20 मिनट के स्थान पर 40 मिनट हो जाता है।
यह रहेगा आरती का क्रम
- गर्भगृह की सफाई, कपूर आरती व हरिओम जल के लिए - 50 मिनट
- महाकाल का पंचामृत अभिषेक - 25 मिनट
- चंदन श्रृंगार - 25 मिनट
- राजाधिराज का भस्म स्नान - 05 मिनट
- धूप,दीप, नैवेद्य व आरती - 30 मिनट
- मंत्र पुष्पांजलि - 10 मिनट