आज रात 8:41 से पुष्य नक्षत्र खरीदी का महामुहूर्त
रविवार को पुष्य नक्षत्र के साथ अमृतसिद्धि योग, अहोई अष्टमी के साथ सूर्य और बुध के साथ होने से बुधादित्य राजयोग बन रहा है। ज्योतिर्विद् के अनुसार पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना जाता
दीपावली के पहले खरीदी के स्वयं सिद्ध महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र की शुरुआत शनिवार रात 8.41 बजे से होगी जो अगले दिन रविवार रात 8.40 बजे तक रहेगा। शनि और रवि पुष्य का यह संयोग 24 घंटे रहेगा, जबकि रवि पुष्य 15 घंटे का होगा। महामुहूर्त में उमड़ने वाले ग्राहकों की अगवानी के लिए प्रमुख बाजारों में देर रात तक तैयारियां चलती रही।
रविवार को छुट्टी के बावजूद भी बर्तन बाजार, सराफा और कपड़ा बाजार सहित अन्य बाजार भी खुले रहेंगे। रविवार को रवि पुष्य पर खरीदारी के विशेष योग हैं। इस दिन बाजारों में ज्यादा भीड़ उमड़ने की संभावना है।
कई संयोगों से विशेष है पुष्य
रविवार को पुष्य नक्षत्र के साथ अमृतसिद्धि योग, अहोई अष्टमी के साथ सूर्य और बुध के साथ होने से बुधादित्य राजयोग बन रहा है। ज्योतिर्विद् के अनुसार पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना जाता है। इस दिन की गई खरीदी स्थायी रूप से समृद्धि दायकहोती है। पुष्य नक्षत्र में सोने के साथ भूमि, भवन, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, बहीखाते, महालक्षमी की पूजन सामग्री खरीदी का भी विशेष महत्व है।
रवि पुष्य पर खरीदारी के मुहूर्त
लाभ : सुबह 9 से 10.30 बजे तक
अमृत : सुबह 10.31 से 12 बजे और अमृत शाम 7.31 से 9.01 तक।
शुभ : दोपहर 1.30 से 3 बजे और शाम 6 से 7.30 बजे तक।
लग्नानुसार मुहूर्त
वृश्चिक : सुबह 8.13 से 10.13 बजे तक।
कुंभ : दोपहर 2.22 से 3.55 बजे तक।
वृषभ : 7 से रात 9 बजे तक।
सराफा में विद्युत सज्जा
सराफा बाजार में व्यापारियों ने अपनी दुकान के साथ पूरे बाजार में आकर्षक विद्युत सज्जा की है। सोना-चांदी जवाहरात व्यापारी ने बताया पुष्य नक्षत्र के लिए बाजार को सजाया गया है।
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