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अनमोल वचन

महर्षि अरविंद के अनुसार, यदि आपका मन स्वस्थ नहीं है, तो जीवन एक भार जैसा बन जाता है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 25 May 2016 02:21 PM (IST)Updated: Wed, 25 May 2016 02:24 PM (IST)
अनमोल  वचन

महर्षि अरविंद के अनुसार, यदि आपका मन स्वस्थ नहीं है, तो जीवन एक भार जैसा बन जाता है। जिनके मन स्वस्थ नहीं होते, उनके मस्तिष्क में चेतना व शरीर में स्फूर्ति नहीं आ पाती। योग करने से मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं।

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जिस प्रकार एक बार दूध फट गया, तो उसे मथकर मक्खन नहीं निकाला जा सकता, उसी तरह बिगड़ी हुई बात को भी दोबारा ठीक नहीं किया जा सकता। इसलिए हमें हमेशा सोच-समझकर ही बोलना चाहिए। यदि बोलने से कोई बात बिगड़ गई, तो फिर उसे बनाना बेहद कठिन हो जाता है।

बुद्ध कहते हैं कि हमारे कर्म में जो भी चीज रुकावट बने, उसे हटाकर हम मुक्ति के द्वार तक पहुंच सकते हैं। रुकावट चाहे आलस्य-प्रमाद हो, जड़ता हो या कोई अन्य विचार। कर्म के अलावा, वहां तक पहुंचने का

कोई दूसरा रास्ता नहीं है।


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