पंचकोसी यात्रा : नर्मदा तट पर सुरक्षा के लिए हाईटेक व्यवस्था की गई
नगर में रात्रि विश्राम के बाद हजारों पंचकोसी यात्री रविवार की अलसुबह अगले पड़ाव के लिए नर्मदा तट स्थित ग्राम टोकसर पहुंचे। यहां हाईटेक व्यवस्था के बीच यात्री नावों के माध्यम से नर्मदा के उस पार उतरे। यात्रियों को नर्मदा पार उतरवाने के लिए प्रशासन ने व्यापक स्तर पर प्रबंध
सनावद। नगर में रात्रि विश्राम के बाद हजारों पंचकोसी यात्री रविवार की अलसुबह अगले पड़ाव के लिए नर्मदा तट स्थित ग्राम टोकसर पहुंचे। यहां हाईटेक व्यवस्था के बीच यात्री नावों के माध्यम से नर्मदा के उस पार उतरे। यात्रियों को नर्मदा पार उतरवाने के लिए प्रशासन ने व्यापक स्तर पर प्रबंध किए।
ग्राम टोकसर में एसडीएम एमएस धुर्वे, एसडीओपी निशा रेड्डी, तहसीलदार सत्येन्द्र बैरवा व थाना प्रभारी विनोद सोनी की निगरानी में हजारों पंचकोशी यात्रियों को 35 नावों से नर्मदा पार करवाई जा रही हैं। प्रत्येक नाव में 15 यात्रियों को बैठाया जा रहा है।
नर्मदा तट पर सुरक्षा के लिए हाईटेक व्यवस्था की गई। तट पर शक्तिशाली पीटीझेड कैमरे लगाए गए। यह कैमरे एक किमी का क्षेत्र कवर करते हैं। इन कैमरों से टोकसर तट से नर्मदा पार सेमरला तट तक निगरानी की जा रही है। इसी तरह 5 वाई फाई सीसीटीवी कैमरे ग्राम टोकसर के अलग-अलग स्थानों पर लगाए गए। इससे पुलिस अधिकारी प्रत्येक यात्री पर नजर रख स्थिति को नियंत्रित कर रहे हैं।
बच्चों को परिजनों तक पहुंचाया
यात्रा के दौरान परिजनों से बिछुड़े बच्चों पर भी नजर रखी जा रही है। जनपद के कर्मचारी उद्घोषणा के माध्यम से इन्हें परिजनों तक पहुंचा रहे हैं। कर्मचारियों ने ऐसे लगभग 12 बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया। वहीं नर्मदा तट व ग्राम टोकसर में स्वास्थ्य विभाग की टीम डॉक्टरों के साथ तैनात हैं। चलित चिकित्सा वाहन भी मौजूद है।
बीएमओ डॉ. वीरेंद्र मंडलोई ने बताया कि यात्रियों के लिए आकस्मिक चिकित्सा के लिए भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पुलिस के लगभग 100 जवान व्यवस्था में जुटे हैं। पूर्व विधायक जगदीश मोराण्या, सरपंच धनगिर गिरी, श्रीराम मुछाला, बालमुकुंद मोरानिया, छितर जवरा, राकेश खेड़े व ग्रामीणों का सहयोग रहा।
इस बीच ओंकारेश्वर से पंचकोसी यात्रियों का आगमन रविवार को भी जारी रहा। इन यात्रियों को नर्मदा पार करवाने का सिलसिला 23 नवंबर को भी जारी रहेगा। -निप्र
यात्रा की व्यवस्था में लगभग 100 जवान लगे हैं। नगर व ग्राम सुरक्षा समिति सहित शिक्षकों का भी सहयोग लिया जा रहा है। लगभग 30 हजार यात्री नर्मदा पार कर चुके हैं। -निशा रेड्डी, एसडीओपी, बड़वाह