पंचकोसी ने बढ़ाए रेलयात्री, रोज औसतन 23 हजार टिकटों की बिक्री
अब पंचकोसी यात्रा के कारण रेलवे की बांझें खिलने लगी हैं। यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
उज्जैन। सिंहस्थ को लेकर रेलवे ने व्यापक तैयारियां की थीं लेकिन सिंहस्थ की शुरुआत में रेलवे को अनुमान के अनुसार फायदा नहीं हुआ। शुरुआत में यात्री कम मिले और मेला स्पेशल कई ट्रेनें खाली ही नजर आईं। हालांकि अब पंचकोसी यात्रा के कारण रेलवे की बांझें खिलने लगी हैं। यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। औसतन 23 हजार टिकटों की हर दिन बिक्री हो रही है।
सिंहस्थ को लेकर रेलवे ने तमाम व्यवस्थाओं के साथ ही मेला स्पेशल ट्रेनें चलाने का भी निर्णय लिया था। 22 अप्रैल को पहले स्नान को देखते हुए रेलवे ने इससे पूर्व से ही रतलाम, भोपाल, नागदा, गुना, इंदौर से मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई लेकिन पहले स्नान पर अनुमान के मुताबिक यात्री नहीं मिले। ज्यादातर ट्रेनों में भीड़ कम रही और रेलवे को कोई फायदा नहीं हुआ।
पहले स्नान के एक दिन पूर्व 21 अप्रैल को ट्रेनों से मात्र 13931 यात्रियों ने ही सफर किया जबकि इस दिन 9334 टिकट उज्जैन के स्टेशनों से बिके। 22 अप्रैल को स्नान के दिन जरूर आंकड़ा बढ़ा लेकिन अगले ही दिन कम हो गया। इसके बाद से सिंहस्थ के पहले सप्ताह में रेलवे में यात्रियों की उम्मीद के अनुसार संख्या नहीं रही। शुरुआती दिनों में कमी के बाद पंचकोसी यात्रा ने रेलवे के यात्रियों की संख्या बढाई।
यात्रा शुरू होने के बाद 1 मई को टिकट बिक्री का आंकड़ा 24752 के करीब पहुंचा तो यात्रियों की संख्या भी 40550 पर पहुंच गई। इसके बाद से लगातार यात्रियों की संख्या 30 हजार के ऊपर बनी हुई है। रेलवे विभिन्न् स्टेशनों से 75 मेला स्पेशल ट्रेनें उज्जैन के लिए चला रहा है। साथ ही टिकटों की भी अच्छी बिक्री हो रही है। इसके बाद 9 मई के स्नान के आगे-पीछे के दिनों में भी ज्यादा भीड़ रह सकती है।
एक करोड़ यात्रियों के हिसाब से की है तैयारी
सरकार ने इस सिंहस्थ में 5 करोड़ लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया है। ऐसे में रेलवे ने भी अनुमान लगाया था कि करीब एक करोड़ यात्री पूरे एक महीने के दौरान ट्रेनों से आएंगे-जाएंगे। रेलवे ने उसके हिसाब से तैयारियां भी की लेकिन शुस्र्आती दिनों में रेलवे के अनुमान के हिसाब से कम लोगों ने ट्रेनों से सफर किया।
फ्री होने के कयास लगा रहे यात्री
उज्जैन में सिंहस्थ के दौरान सिटी बसों में सफर फ्री किया गया है। ऐसे में एक धारणा यह भी चल रही है कि मेला स्पेशल ट्रेनों में भी सफर फ्री में हो रहा है। ऐसे में बड़ी संख्या में यात्री बिना टिकट ट्रेनों में चढ़ रहे हैं लेकिन जब चेकिंग होती है तो पता चल रहा है कि ट्रेनों में सफर फ्री नहीं है। रोज कई यात्रियों पर कार्रवाई हो रही है।
आम दिनों में 19 हजार यात्री करते हैं सफर
रेलवे के अफसरों के अनुसार आम दिनों में 19 हजार यात्री उज्जैन स्टेशन से ट्रेनों में आना-जाना करते हैं। ऐसे में सिंहस्थ के दौरान इन दिनों औसतन हर दिन 23 हजार टिकट की बिक्री हो रही है तो 40 हजार यात्री रोज सफर कर रहे हैं।