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नासिक कुंभ में अखाड़ों के लगे तंबू और झंडे

श्रीधाम से नासिक कुंभ में वैष्णव संप्रदाय से जुड़े गौड़िय, निंबार्क आदि समुदाय के अलावा जूना अखाड़ा और निर्मोही अखाड़ा के तंबू व झंडे लगाए जा चुके हैं। यहां से अनेक संत औ बड़ी संख्या में साधु जा चुके हैं, जबकि अनेक संत यहां से गुरु पूर्णिमा के बाद महास्नान

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2015 05:09 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2015 05:11 PM (IST)
नासिक कुंभ में अखाड़ों के लगे तंबू और झंडे

वृंदावन श्रीधाम से नासिक कुंभ में वैष्णव संप्रदाय से जुड़े गौड़िय, निंबार्क आदि समुदाय के अलावा जूना अखाड़ा और निर्मोही अखाड़ा के तंबू व झंडे लगाए जा चुके हैं। यहां से अनेक संत औ बड़ी संख्या में साधु जा चुके हैं, जबकि अनेक संत यहां से गुरु पूर्णिमा के बाद महास्नान में भाग लेने जाएंगे।

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वैष्णव संप्रदाय के संत हरिबोल बाबा ने बताया कि वृंदावन के विभिन्न संप्रदायों के तंबू और झंडे नासिक कुंभ में लगाए जा चुके हैं। श्रीधाम के आश्रमों में रहने वाले अनेक संत और साधुओं का जत्था नासिक जा चुका है। उन्होंने बताया कि संप्रदाय के प्रख्यात संत फलाहारी बाबा अपने आश्रम के अनेक लोगों के साथ वहां पहुंच चुके हैं। भागवताचार्य आचार्य बद्रीश ने बताया कि श्रीधाम के विभिन्न आश्रमों में रहने वालों सैकड़ों साधुओं के अलावा कई प्रख्यात भागवताचार्य भी नासिक जा चुके हैं। वह भी एक दर्जन आचार्यों के साथ आगामी गुरु पूर्णिमा के बाद नासिक कुंभ में जा रहे हैं।

ब्राrाण महासभा के संरक्षक पं. सुरेश चंद्र शर्मा ने बताया कि वे महासभा के एक दर्जन सदस्यों के साथ 30 जुलाई को नासिक जाएंगे। वहां पर वे ब्राrाण महासभा का कैंप कार्यालय भी बनाएंगे।

जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर नवलगिरि महाराज ने बताया कि उनके अखाड़े से जुड़े करीब दो दर्जन संत कुंभ के प्रारंभ होने के पहले पहुंच चुके हैं।

अखाड़े की परंपरा के अनुसार वहां पर कार्य चल रहा है। भोज और अन्न क्षेत्र के अलावा भजन प्रवचन कार्यक्रम अनवरत रूप से जारी हैं। उन्होंने बताया कि गुरु पूर्णिमा के बाद नासिक महास्नान के अवसर पर वह जाएंगे।

चैतन्य कुटी के संत फूलडोल बिहारी दास ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हजारों श्रद्धालु श्रीधाम आएंगे। इस कारण विभिन्न संप्रदाय के लोग गुरु पूर्णिमा के बाद ही श्रीधाम से नासिक के लिए प्रस्थान करेंगे।


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