शंकराचार्य समाधि स्थल के लिए मृतिका अर्पित
केदारनाथ मंदिर के निकट आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल की पुनस्र्थापना के लिए चलाए जा रहे 'मिशन कलाड़ी टू केदार' दल का गुरुवार को राजभवन पहुंचने पर राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी ने स्वागत किया। इस मौके पर राज्यपाल ने कलश में मृतिका (मिट्टी) अर्पित की। इस मौके पर डॉ. कुरैशी ने कहा कि कलश में मृतिका अि
देहरादून। केदारनाथ मंदिर के निकट आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल की पुनस्र्थापना के लिए चलाए जा रहे 'मिशन कलाड़ी टू केदार' दल का गुरुवार को राजभवन पहुंचने पर राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी ने स्वागत किया। इस मौके पर राज्यपाल ने कलश में मृतिका (मिट्टी) अर्पित की।
इस मौके पर डॉ. कुरैशी ने कहा कि कलश में मृतिका अर्पित करने का यह क्षण आदि शंकराचार्य के संदेश पीड़ित मानवता की रक्षा ही वास्तविक धर्म है, को आत्मसात करने को प्रेरित करता है। राज्यपाल डॉ. कुरैशी ने कहा कि शंकराचार्य धर्म के नाम पर चल रहे अत्याचारों को समाप्त करना चाहते थे। आदि शंकराचार्य ने जिस धर्म पर आस्था रखने के लिए सभी को रास्ता दिखाया, वह पीड़ित मानवता की रक्षा की ओर ही जाता है। समाधि स्थल के पुनर्निर्माण के लिए देशभर से एकत्र की जा रही मृतिका सबकी सामूहिक मिल्कियत है। इसमें किसानों की मेहनत, मेहनतकश मजदूरों के पसीने और सभी धर्मो के सच्चे श्रद्धालुओं की भावनाएं समाई हुई हैं।
बीते वर्ष आपदा में देवभूमि उत्तराखंड ने बहुत कुछ खोने के बाद भी हार नहीं मानी। उधर, दल के सदस्यों ने राजधानी के टपकेश्वर महादेव व माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर में पूजा की और आदि गुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल के लिए मिट्टी भी ली। इस दल में मिशन कलाड़ी टू केदार से जुड़ी फेथ फाउंडेशन नई दिल्ली के अध्यक्ष कर्नल अशोक किनी, सचिव राघव चौधरी, समन्वयक व शंकराचार्य पीठ गोवर्धन मठ पुरी के उत्तराखंड प्रभारी संजीव गौड़, ऋषिकेश नगरपालिका अध्यक्ष दीप चंद समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
राज्य के सभी नागरिकों की ओर से आदि शंकराचार्य की समाधि स्थल के लिए कलश में मृतिका अर्पित किया राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी ने।