श्री बज्रेश्वरी मंदिर एक पुलिसकर्मी के हवाले
कुल्लू के ऐतिहासिक अधिष्ठाता देव रघुनाथ जी की मूर्ति चोरी होने का शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया है। मंदिर में कोई सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई है। श्रद्धालु व धन वैभव को लेकर प्रदेश के चौथे सबसे बड़े मंदिर बज्रेश्वरी देवी की सुरक्षा के लिए
कांगड़ा। कुल्लू के ऐतिहासिक अधिष्ठाता देव रघुनाथ जी की मूर्ति चोरी होने का शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया है। मंदिर में कोई सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई है। श्रद्धालु व धन वैभव को लेकर प्रदेश के चौथे सबसे बड़े मंदिर बज्रेश्वरी देवी की सुरक्षा के लिए मात्र एक पुलिस कर्मी तैनात है, जबकि एक पुलिस कर्मी की मदद के लिए 13 गृह रक्षक तैनात किए गए हैं।
चोरी की वारदात से बज्रेश्वरी देवी मंदिर भी अछूता नहीं है। तकरीबन पंद्रह वर्ष पहले मंदिर में चोरी की घटना घटी थी, इसमें मंदिर की तकरीबन 200 किलो चांदी व सोने के जेवरात चोरी हुए थे। हालांकि पुलिस ने एक सप्ताह बाद चोरों व चुराई गई चांदी व सोने को तो बरामद कर लिया था, लेकिन तब के समय के दौरान जहां श्रद्धालु कम थे और मंदिर में चढ़ावा भी कम था। आज के दौर में बज्रेश्वरी देवी मंदिर में करोड़ों रुपये का चढ़ावे की चढ़त है, वहीं करोड़ों रुपये का सोना-चांदी है। इसके अतिरिक्त मंदिर में ऐसे कई अनमोल वस्तुएं व मूर्तियां है जिनकी अंतराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की कीमत है।
हालांकि मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से 12 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए हैं, लेकिन सुरक्षा कर्मियों की संख्या न के बराबर है। रधुनाथ जी की मूर्ति की चोरी के बाद बुधवार को मंदिर के मुख्य द्वार पर लगाए गए मेटल डिटेक्टर के पास कोई भी सुरक्षा कर्मी नहीं था। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा कैसे होगी इस पर सवालिया निशान लग रहा है। वही, रात को मंदिर की सुरक्षा के लिए मात्र तीन गृह रक्षक ही मंदिर के भीतर तैनात होते हैं और वह भी बिना किसी हथियार के।
उधर, मंदिर अधिकारी पवन बडियाल ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों के साथ साथ व्यापत सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। रात को तैनात सुरक्षा कर्मियों को हिदायत दी गई है कि रात को कुछ भी घटना घटित होने की शंका लगे तो कांगड़ा पुलिस को सूचित कर सकते हैं।
कुल्लू में रघुनाथ मंदिर में हुई चोरी के बाद श्रीचामुंडा नंदिकेश्वर धाम में मंदिर न्यास ने रात्रि सुरक्षा बढ़ा दी है। अब मंदिर में तीन गृहरक्षक रात के समय भी सुरक्षा की कमान संभालेंगे। यह सुरक्षा मंदिर प्रशासन को जारी हुए निर्देश के बाद बढ़ाई गई है। श्रीचामुंडा मंदिर परिसर में दस गृहरक्षक जवानों सहित दो पुलिस जवान प्रतिदिन अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं, जरूरत पडऩे पर गृहरक्षक विभाग व अन्य जवान तैनात करने की मांग की जाएगी। मंदिर अधिकारी ग्रिजेश चौहान ने बताया कि 10 गृहरक्षकों में से तीन गृहरक्षक रोजाना मंदिर की सुरक्षा में रात को ड्यूटी में तैनात रहेंगे।
उधर, मंदिर के सहायक आयुक्त एवं एसडीएम धर्मशाला बलवीर ठाकुर ने बताया कि प्रशासन मंदिर की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तत्पर है और हर प्रकार की स्थिति से निपटने में भी सक्षम है। वहीं, गनमैन की तैनाती के लिए मंदिर न्यास बैठक में चर्चा की जाएगी।