मंगला आरती : टिकट बिके 100, पहुंचे 400 लोग
श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में बाबा की मंगला आरती के टिकट तो 100 ही बिके लेकिन इसमें वीआपी की होड़ से संख्या 400 तक पहुंच गई। इसमें नेता, मंत्री और अधिकारी तो थे ही उनके साथ आए लोगों ने भी भीड़ बढ़ाई। इससे शासन की मंशा धरी रह गई। यह सूचना
वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में बाबा की मंगला आरती के टिकट तो 100 ही बिके लेकिन इसमें वीआपी की होड़ से संख्या 400 तक पहुंच गई। इसमें नेता, मंत्री और अधिकारी तो थे ही उनके साथ आए लोगों ने भी भीड़ बढ़ाई। इससे शासन की मंशा धरी रह गई। यह सूचना आम होते ही ऐसे लोगों की आस्था भी आहत हुई जिन्हें शासकीय बंदिश के कारण टिकट नसीब नहीं हुआ।
धर्मार्थ कार्य विभाग ने श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर ही महज 100 टिकट बेचने का निर्णय लिया था। इस व्यवस्था को बनाए रखने के लिए केवल मंदिर काउंटर से ही टिकट बेचे गए और वेबसाइट ब्लाक कर दी गई थी। खास यह कि आरती में खुद प्रमुख सचिव धर्मार्थ नवनीत सहगल भी मौजूद थे। इसके अलावा जिला जज, कैबिनेट मंत्री बलराम यादव, पूर्व मंत्री अनंत मिश्र, डीएम, डीआइजी समेत विशिष्टजन थे।
सप्तर्षि आरती एक घंटे विलंबित - बाबा के दर्शन पूजन में श्रद्धालुों को किसी व्यवधान से बचाने के लिए कार्यपालक समिति का सप्तर्षि आरती शाम 5.30 से 6.30 बजे तक कराने का फैसला धरा रह गया। आरती के लिए गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश 6.30 बजे बंद किया गया और आरती आठ बजे खत्म हुई। इससे आम श्रद्धालु इस अवधि में दर्शन से वंचित रहे। मंदिर प्रशासन का कहना था कि वीआइपी दर्शन पांच बजे से एक घंटे होने के कारण विलंब हुआ।
बीच सड़क सांड़ों की भिड़ंत - श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भले ही काशी विश्वनाथ क्षेत्र के आसपास की सड़कें व्हेकिल फ्री जोन घोषित कर दी गई हों लेकिन इन पर सांड़ों की धमा चौकड़ी जारी रही। मंदिर से कोतवाली तक भक्तों की कतार लगी थी, इस बीच चौक में चित्रा सिनेमा के सामने दो सांड़ भिड़ गए। इससे भगदड़ की स्थिति बनी लेकिन लोग जल्द ही संभले और मल्लयुद्ध का आनंद लिया। इस दौरान सुरक्षाकर्मी भी दर्शक की मुद्रा में थे। गोदौलिया पर सांड़ बैरिकेडिंग धकेलते इस पार से उस पार टहलान लेते रहे।