महाकाल में बाहर सख्ती, अंदर पॉलीथिन में बिकता रहा प्रसाद
मंदिर के अंदर प्रसाद काउंटरों पर दिनभर पॉलीथिन में ड्रायफ्रूट प्रसाद बिकता रहा। इसे रोकने की किसी ने भी जहमत नहीं उठाई।
उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में कलेक्टर के निर्देश के बाद बुधवार को पॉलीथिन में पूजन व प्रसाद सामग्री ले जाने पर सख्ती से रोक लगाई गई। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा कर्मी श्रद्धालुओं द्वारा लाई गई पॉलीथिन में पैक प्रसाद के पैकेटों को फाड़ते नजर आए। लेकिन मंदिर के अंदर प्रसाद काउंटरों पर दिनभर पॉलीथिन में ड्रायफ्रूट प्रसाद बिकता रहा। इसे रोकने की किसी ने भी जहमत नहीं उठाई।
राज्य शासन ने मप्र के 12 धार्मिक शहरों में 1 जुलाई से पॉलीथिन के उपयोग पर प्रतिबंध के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें तीर्थ नगरी उज्जयिनी भी शामिल है। मंगलवार को कलेक्टर ने महाकाल मंदिर में पॉलीथिन में प्रसाद व पंचामृत ले जाने पर रोक के आदेश जारी कर दिए। बुधवार सुबह से मंदिर में इसका पालन भी शुरू हो गया। सामान्य व विशेष दर्शनार्थियों के प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मी दर्शनार्थियों को पॉलीथिन में पूजन व प्रसाद सामग्री ले जाने से रोकते नजर आए।
लेकिन मंदिर प्रशासन परिसर में राज्य शासन के निर्देश का मखौल उड़ते नजर आया। परिसर स्थित मंदिर के प्रसाद काउंटरों पर दिनभर पॉलीथिन में प्रसाद बेचा गया। लोगों का कहना था कि प्रदेश को पॉलीथिन मुक्त करने की शुरुआत महाकाल के आंगन से होना चाहिए थी। मंदिर प्रबंध समिति को पॉलीथिन की बजाए कागज के पैकेट में प्रसाद विक्रय करना चाहिए।