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चारधाम यात्रा: मौसम को देख यात्रियों को रोका

उत्तराखंड में मानसून के रफ्तार पकड़ते ही दुश्वारियों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिनभर रुक-रुक कर हो रही बारिश से चार धाम यात्रा भी प्रभावित हुई है। चमोली के जिलाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि मौसम के मिजाज को देखते हुए यात्रियों को बदरीनाथ, गोविंदघाट, जोशीमठ

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 03:56 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 04:03 PM (IST)
चारधाम यात्रा: मौसम को देख यात्रियों को रोका

देहरादून उत्तराखंड में मानसून के रफ्तार पकड़ते ही दुश्वारियों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिनभर रुक-रुक कर हो रही बारिश से चार धाम यात्रा भी प्रभावित हुई है। चमोली के जिलाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि मौसम के मिजाज को देखते हुए यात्रियों को बदरीनाथ, गोविंदघाट, जोशीमठ और पांडुकेश्वर में रुकने को कहा गया है। शाम को मौसम ठीक होने पर हेलीकॉप्टर के जरिये हेमकुंड साहिब से 20 यात्रियों को गोविंदघाट लाया गया।

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गौरतलब है कि सोमवार को 300 यात्री हेमकुंड गए थे। खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। हालांकि सुबह गोविंदघाट से 275 यात्री पैदल हेमकुंड साहिब रवाना हुए। इसके अलावा 600 यात्रियों बदरीनाथ पहुंचे और 73 ने बाबा केदार के दर्शन किए। दूसरी ओर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मौसम से होने वाली परेशानियों के मद्देनजर यात्रा मार्गो पर जेसीबी आदि तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।मंगलवार को समूचे प्रदेश में हो रही बारिश के बीच सड़कों के बंद और खुलने का क्रम जारी रहा।

बदरीनाथ से 12 किलोमीटर पहले बेनाकुली में मलबा आने से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पांच घंटे बंद रहा सड़क संगठन के जवानों ने पूर्वाह्न 11 बजे मार्ग को आवाजाही लायक बना दिया है। बारिश के कारण हेमकुंड साहिब के लिए सोमवार को शुरू की गई हेलीकॉप्टर सेवा पूरी तरह ठप रही, जबकि बदरीनाथ के लिए अभी तक उड़ान शुरू नहीं हो पाई है। वहीं, केदारनाथ के लिए भी मात्र 12 उड़ानें संचालित की जा सकीं। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डा.राघव लंगर ने बताया कि बुधवार को केदारनाथ के लिए शुरू होने वाली पैदल यात्र मौसम पर ही निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि पैदल मार्ग पूरी तरह से दुरुस्त कर लिया गया है। गढ़वाल और कुमाऊं में हो रही वर्षा से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि अभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। कुमाऊं में सुबह से चल रही बारिश के कारण मलबा आने से पिथौरागढ़ जिले में थल-मुनस्यारी और तवाघाट-गर्बाधार मार्ग बंद हो गया है।


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