‘लड्डूगोपाल’ को लग रही सर्दी
जब न्यूनतम पारा सात डिग्री पर घूम रहा हो तो आम ब्रजवासी के साथ उनके प्यारे ‘लड्डूगोपाल’ को भी शीत के प्रभाव से परेशानी होने लगी है। ऐसे में ब्रजवासी ठाकुर को रजाई-गद्दे, तकिया और ऊनी पोशाक पहनाकर प्रसन्न रखने का प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं लाला को
वृंदावन। जब न्यूनतम पारा सात डिग्री पर घूम रहा हो तो आम ब्रजवासी के साथ उनके प्यारे ‘लड्डू गोपाल’ को भी शीत के प्रभाव से परेशानी होने लगी है। ऐसे में ब्रजवासी ठाकुर को रजाई-गद्दे, तकिया और ऊनी पोशाक पहनाकर प्रसन्न रखने का प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं लाला को शीत से बचाने को भाव सेवा के तहत केसर, चिरौंजी, बादाम व पिस्तायुक्त गर्म दूध शयन भोग में परोसा जा रहा है।
शहर में प्रमुख मंदिरों, कुंज-निकुंज और घरों में विराजे लड्डूगोपाल को गर्म पोशाक और ऊनी वस्त्र में एहतियात के साथ रखा जा रहा है। उन्हें रजाई-गद्दे और तकिया में शयन कराया जा रहा। ब्रजवासी घरों में विराजे ठाकुरजी को नित नई ऊनी पोशाक धारण कराते हैं।