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लाटू देवता मंदिर के कपाट खुले, फिर बंद

वांण स्थित लाटू देवता मंदिर के कपाट रविवार को विधि विधान से पूजा-अर्चना के साथ एक दिन के लिए खोले गए। कपाट खुलने के अवसर पर पहली बार देवाल पहुंचे मुख्यमंत्री ने भी मंदिर में एक घंटे तक पूजा की। इस दौरान आयोजित एक दिवसीय बोरी मेले में लोगों ने

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 04 May 2015 04:13 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2015 04:42 PM (IST)
लाटू देवता मंदिर के कपाट खुले, फिर बंद

देवाल। वांण स्थित लाटू देवता मंदिर के कपाट रविवार को विधि विधान से पूजा-अर्चना के साथ एक दिन के लिए खोले गए। कपाट खुलने के अवसर पर पहली बार देवाल पहुंचे मुख्यमंत्री ने भी मंदिर में एक घंटे तक पूजा की। इस दौरान आयोजित एक दिवसीय बोरी मेले में लोगों ने जमकर खरीददारी भी की।

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बैसाखी पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को दोपहर दो बजकर 25 मिनट पर जैसे ही मंदिर के कपाट खुले, मंदिर परिसर नंदादेवी व लाटू देवता के जयकारों से गूंज उठा। मंदिर के पुजारी खीम सिंह व थान सिंह ने प्राचीन परंपरा का निर्वहन करते हुए आंख पर पट्टी बांधकर गर्भगृह में विधिविधान से पूजा का विधान संपन्न किया। वहीं सीएम ने भी मंदिर में एक घंटे तक पूजा कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान वांण गांव की महिलाओं ने परंपरागत परिधानों में देवी की स्तुति कर मांगलिक गीतों से माहौल भक्तिमय बना दिया।


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