मलबा आने से केदारनाथ पैदल मार्ग बंद
केदारनाथ पैदल मार्ग में गौरीकुंड से आगे मलबा आने से सोमवार को पूरे दिन आवाजाही बंद रही। इसके चलते केदारनाथ धाम के लिए यात्रियों को नहीं भेजा गया। दूसरी ओर गंगोत्री, यमुनोत्री व बदरीनाथ धाम में मौसम साफ होने के चलते श्रद्धालुओं की आमद बढ़ने लगी है। रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल म
जागरण संवाददाता, देहरादून। केदारनाथ पैदल मार्ग में गौरीकुंड से आगे मलबा आने से सोमवार को पूरे दिन आवाजाही बंद रही। इसके चलते केदारनाथ धाम के लिए यात्रियों को नहीं भेजा गया। दूसरी ओर गंगोत्री, यमुनोत्री व बदरीनाथ धाम में मौसम साफ होने के चलते श्रद्धालुओं की आमद बढ़ने लगी है।
रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर गौरीकुंड से एक किमी आगे छोड़ी गदेरे के समीप पैदल मार्ग पर निर्माण कार्य चल रहा है। इस दौरान यहां पर पहाड़ी टूटने से भारी मात्रा में मलबा व पत्थर आ गए, जिससे पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। पैदल मार्ग पर आवाजाही होने लायक न होने से सोमवार को सोनप्रयाग से एक भी यात्री को केदारनाथ नहीं जाने दिया गया। पूरे दिनभर यात्रा बंद रही। वहीं, लोनिवि खंड गुप्तकाशी के अधिशासी अभियंता केएस नेगी ने बताया कि पैदल मार्ग को खोलने का कार्य किया जा रहा है।
दूसरी ओर गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे खुलने व मौसम साफ होने से यात्रियों की आमद भी शुरू हो गई है। बीते एक हफ्ते से गंगोत्री धाम में रोजाना करीब सौ यात्री पहुंच रहे हैं। जबकि यमुनोत्री धाम में भी पचास से साठ यात्री प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। हालांकि गंगोत्री हाईवे पर नेताला, हेलगू, गंगनानी व सुक्की के भूस्खलन जोन अब भी बड़े वाहनों के लिये पूरी तरह दुरुस्त नहीं हुए हैं। श्री बदरीनाथ धाम व हेमकुंड साहिब में यात्रियों की आवाजाही लगातार जारी है। सोमवार को बदरीनाथ में जहां 115 श्रद्धालु पहुंचे वहीं गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब के लिए 40 श्रद्धालु रवाना हुए हैं।