केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन
उत्तराखंड में गुरुवार रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से चार धाम यात्रा बाधित रही तो नदियों का जल स्तर भी बढ़
देहरादून। उत्तराखंड में गुरुवार रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से चार धाम यात्रा बाधित रही तो नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी समेत तीन स्थानों पर मलबा आने से मार्ग बंद हो गया है।
हालांकि दोपहर तक जंगलचट्टी से मलबा साफ कर लिया गया था, लेकिन सोनप्रयाग से यात्रियों को रवाना नहीं किया गया। केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी भूस्खलन का असर देखने को मिला। एहतियातन यात्रियों को सोनप्रयाग में ही रोक लिया गया। जबकि, केदारनाथ में मौजूद 534 यात्रियों को एसडीआरएफ और पुलिस के जवानों की मदद से गौरीकुंड पहुंचाया गया।
उधर, पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में एक मकान ढह गया और टिहरी जिले की दोगी पट्टी में एक प्राथमिक विद्यालय के पास पुश्ता ध्वस्त होने से स्कूल के लिए खतरा पैदा हो गया है। बारिश से हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान के करीब है।
हालात को देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्र में रहने वालों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा के अनुसार अगले 24 घंटे में देहरादून, चमोली, नैनीताल, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिलों में अपेक्षाकृत भारी बारिश की संभावना है।