जानें धर्म का रंग से संबंध, सबका है अपना पवित्र रंग
अक्सर देखा जाता है कि हर धर्म एक खास रंग होता है। जिसे बेहद पवित्र माना जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इन रंगों का धर्म से क्या रिश्ता होता है। इन्हें क्यों महत्वपूर्ण मानते है...
हिंदू धर्म
हिंदू धर्म में केसरिया रंग का इस्तेमाल ज्यादा होता है। इस रंग को पवित्र रंग माना जाता है। साधु-संन्यासी केसरिया रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा किसी भी शुभ काम में इसे विशेष तौर पर शामिल किया जाता है। इस रंग का संबंध अग्नि से माना जाता और यह मन में ऊर्जा का संचार करता है।
इस्लाम धर्म
इस्लाम धर्म में हरे रंग का बड़ा महत्व है। यहां पर हरा रंग पवित्र माना जाता है। शायद इसी वजह से इस धर्म में साधारण से लेकर खास जगहों पर हरे रंग का इस्तेमाल किया जाता है। मान्यता है कि हरा रंग शांति, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। इससे जीवन में खुशियां आती हैं।
ईसाई धर्म
ईसाई धर्म में सफेद रंग बेहद खास है। यह सफेद रंग शांति और सादगी का प्रतीक माना जाता है। यहां पर धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा शादी आदि में इस रंग का इस्तेमाल होता है।
सिख धर्म
सिख धर्म में भी केसरिया रंग का इस्तेमाल अधिक होता है। यह रंग पवित्र माना जाता है। सिख धर्म में ध्वजा भी केसरिया रंग में होता है। कहते हैं कि गुरु गोविंद सिंह जी ने सिखों को देश तथा धर्म के लिए त्याग-बलिदान की प्रेरणा दी थी। यह केसरिया उसी दिव्य संदेश को याद दिलाने का कार्य करता है।
बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म में भी केसरिया रंग का खास महत्व दिया जाता है। इस रंग को आत्मत्याग और बंधनों से मुक्ति का माध्यम माना गया है। इस धर्म में तपस्वी केसरिया रंग के वस्त्र धारण करते हैं। यह रंग बेहद पवित्र होता है।