केदारनाथ आपदा में आज भी मिल रहें हैं लापता एक और महिला मिली!
चमोली जिले के घाट ब्लाक में विक्षिप्त हालत में मिली महिला के केदारनाथ में आपदा के दौरान अपनों से बिछुडऩे की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अभी तक इसके पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं, लेकिन महिला की स्थिति को देखकर यही अनुमान लगाया जा रहा है। महिला ने जो
गोपेश्वर(चमोली)। चमोली जिले के घाट ब्लाक में विक्षिप्त हालत में मिली महिला के केदारनाथ में आपदा के दौरान अपनों से बिछुडऩे की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अभी तक इसके पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं, लेकिन महिला की स्थिति को देखकर यही अनुमान लगाया जा रहा है। महिला ने जो नाम पता बताया है, पुलिस और जिला प्रशासन उसकी तस्दीक करा रहा है।
बता दें कि यह महिला खुद को उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के थाना रेहारा के अंतर्गत पडऩे वाले वनधूसरा गांव की निवासी बता रही है। पुलिस फिलहाल महिला को नारी निकेतन भेजने की तैयारी कर रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों उत्तरकाशी जनपद में राजस्थान की एक महिला भी ऐसी हालत में मिली थी। वह भी केदारनाथ आपदा में अपनों से बिछुड़ गई थी।
मंगलवार को घाट बाजार में कंबल ओढ़े एक विक्षिप्त महिला को देखकर लोगों ने उससे जानकारी लेनी चाही तो वह सकपका गई। सूचना पर पुलिस ने वहां पहुंचकर महिला से उसके घर परिवार के बारे में जानकारी जुटाई। महिला ने पुलिस को बताया कि केदारनाथ आपदा में वह अपनों से बिछुड़ गई थी। तब से वह इसी तरह भटक रही है। पुलिस यह महिला पुलिस को कागज पर लिखकर अपने बारे में जानकारी दे रही है। उसने अपना नाम
शांति देवी पत्नी अशरफी लाल ग्राम बनधूसरा, थाना रेहारा बाजार, जिला गौंडा (वर्तमान में बलरामनगर या बलरामपुर) उत्तर प्रदेश बताया है। इस पर पुलिस ने महिला के बताए पते को पुष्ट कराने का प्रयास किया। पुलिस के अनुसार छानबीन में पता चला कि बलरामपुर उत्तर प्रदेश में शांति देवी पत्नी अशरफी लाल के रहने का पता चला है, लेकिन विक्षिप्त महिला की शांति देवी है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पता यह भी चला कि अशरफी लाल नामक व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है। घाट पुलिस चौकी प्रभारी एसआइ प्रेम सिंह ने बताया कि बलरामपुर पुलिस ने ग्राम प्रधान को इस बारे में सूचित किया जा चुका है। फिलहाल पुलिस महिला को नारी निकेतन भेजने की तैयारी कर रही है। देर रात तक तस्वीर काफी कुछ साफ होने की उम्मीद है। अगर महिला संबंधित पते की मिली तो परिजनों के चमोली पहुंचने के बाद ही उन्हें महिला को सौंपा जाएगा।