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केदारनाथ: 70 यात्रियों की जान से किया गया खिलवाड़

केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका नजारा बीते मंगलवार को दिखा। नियमों को धता बताते हुए हिमाचल प्रदेश के 70 यात्रियों के एक दल को गौरीकुंड से शाम सात बजे केदारनाथ के लिए रवाना कर दिया गया। यह दल देर रात

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 15 May 2015 12:14 PM (IST)Updated: Fri, 15 May 2015 12:20 PM (IST)
केदारनाथ: 70 यात्रियों की जान से किया गया खिलवाड़

रुद्रप्रयाग केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका नजारा बीते मंगलवार को दिखा। नियमों को धता बताते हुए हिमाचल प्रदेश के 70 यात्रियों के एक दल को गौरीकुंड से शाम सात बजे केदारनाथ के लिए रवाना कर दिया गया। यह दल देर रात साढ़े दस बजे भीमबली पहुंचा। इन यात्रियों को यहां सेक्टर मजिस्ट्रेट ने रोक लिया। अब इस मामले में पुलिस और प्रशासन के बीच ठन गई है और गेंद एक दूसरे के पाले में डाली जा रही है।

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जिलाधिकारी ने रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक बीजे सिंह से स्थिति स्पष्ट करने को कहा और पुलिस की लापरवाही पर पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है। दूसरी ओर रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक बीजे सिंह ने कहा कि ‘मैंने चौकी प्रभारी से जानकारी ली। उन्होंने बताया कि सेक्टर मजिस्ट्रेट की अनुमति के बाद ही यात्रियों को आगे जाने दिया गया।’ हालांकि गौरीकुंड में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट ओमप्रकाश चौकियाल ने बताया कि यात्रियों को आगे भेजने के लिए उनसे कोई अनुमति नहीं ली गई। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने केदारनाथ जाने वाले आखिरी जत्थे के लिए समय नियत किया हुआ है। नियमानुसार सोनप्रयाग से दोपहर 12 बजे और गौरीकुंड से दोपहर बाद एक बजे तक हर हाल में यात्रियों को रवाना कर दिया जाना चाहिए। इसके बाद पहुंचने वाले यात्रियों को सोनप्रयाग अथवा गौरीकुंड में ही रोकना जरूरी है। बावजूद इसके मंगलवार को हिमाचल प्रदेश से आए 70 यात्रियों के जत्थे को पुलिस ने गौरीकुंड से सांय सात बजे रवाना कर दिया। ये यात्री देर रात भीमबली पहुंचे। भीमबली में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट राकेश लाल इतनी रात में यात्रियों को देखकर चौंक गए। उन्होंने रात को ही फोन पर इसकी सूचना जिलाधिकारी को दी।

डीएम के निर्देश पर एसडीएम ऊखीमठ के उत्तम सिंह चौहान ने रात को ही एसडीआरएफ की टीम को गौरीकुंड से भीमबली भेजा। इसके बाद रात एक बजे यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई। पुलिस की लापरवाही से नाराज जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रियों को सुरक्षा को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दूसरी ओर रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक बीजे सिंह ने कहा कि फिलहाल उन्हें जिलाधिकारी के पत्र भेजने की जानकारी नहीं है।


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