'जय बुद्धÓ के जयकारे के साथ निकली धम्मयात्रा
सोमवार की सुबह बोधगया में धर्ममय माहौल में जय बुद्ध के जयकारे के साथ धम्मयात्रा निकाली गयी। अवसर था भगवान बुद्ध के त्रिविध 2559 वीं जयंती का। 80 फीट विशाल बुद्ध प्रतिमा से श्रीलंकाई कलाकारों के धार्मिक नृत्य के साथ निकली धम्मयात्रा में जहां जिलाधिकारी सह बीटीएमसी अध्यक्ष संजय कुमार
बोधगया (गया)। सोमवार की सुबह बोधगया में धर्ममय माहौल में जय बुद्ध के जयकारे के साथ धम्मयात्रा निकाली गयी। अवसर था भगवान बुद्ध के त्रिविध 2559 वीं जयंती का। 80 फीट विशाल बुद्ध प्रतिमा से श्रीलंकाई कलाकारों के धार्मिक नृत्य के साथ निकली धम्मयात्रा में जहां जिलाधिकारी सह बीटीएमसी अध्यक्ष संजय कुमार अग्रवाल, एसएसपी पी. कन्नन, बीटीएमसी सचिव एन. दोरजे सहित अन्य अधिकारी व सदस्यगण शामिल थे। वहीं, विभिन्न बौद्ध मोनास्ट्री के भिक्षुओं व बौद्ध लामाओं के साथ-साथ स्कूली बच्चे भी शामिल थे। बौद्ध लामा अपने हाथों में मानवता का संदेश लिखित तख्ती हाथों में लिए थे।
जेन अमिताभ वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा भगवान बुद्ध की आकर्षक झांकी निकाली गयी थी। महाबोधि मंदिर मुक्ति आंदोलन की ओर से भंते प्रज्ञाशील के नेतृत्व में भी धम्मयात्र निकाली गयी। जो बोधगया के कालचक्र मैदान व गांधी चौक होते हुए महाबोधि मंदिर में प्रवेश की। महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी थी। सभी अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। और बारी आते ही उनके चेहरे के भाव बता रहे थे। मानो बोधगया आने की मंशा उनकी पूरी हो गयी। धम्मयात्रा में शामिल सभी पवित्र बोधिवृक्ष की छांव में एकत्रित हुए। जहां मुख्य समारोह आयोजित था। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। समारोह में पंचायती राज मंत्री विनोद यादव, विधायक कृष्णनदंन प्रसाद, ज्योति मांझी, विधान पार्षद अनुज सिंह, आयुक्त आरके खंडेलवाल सहित अन्य गणमान्य शामिल थे। वही, थेरवादी व महायानी पंथ के बौद्ध भिक्षुओं ने बारी-बारी से सूत्त पाठ किए। महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका 'प्रज्ञाÓ का विमोचन अतिथियों ने किया।
बीटीएमसी की ओर से केयरटेकर भंते दीनानंद के नेतृत्व में गया के विभिन्न अस्पतालों में मरीजों के बीच फल दान दिया गया। संध्या बेला में बकरौर स्थित सुजाता मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना बौद्ध भिक्षुओं ने जाकर किया। और मंदिर के उपरी परिक्रमा पथ पर कैंडिल लाइट के साथ शांति परिक्रमा निकाला गया। वहीं, वटर लैंप हाउस में हजारों दीप प्रज्वलित किए गए। और महाबोधि सोसाइटी आफ इंडिया शाखा को कैंडिल लैंप से भव्यता से सजाया गया।