देव परंपरा टूटी तो आएगी आपदा
मंडी जनपद के अधिष्ठाता बड़ादेव कमरूनाग ने देव परंपरा टूटने पर मानव जाति को गंभीर परिणाम भुगतने के संकेत दिए हैं। देव आदेश के बाद कटवाल निर्मल सिंह शनिवार सुबह कमरूनाग देव के मूल स्थान धंग्यारा के लिए रवाना हो गए थे।
मंडी। मंडी जनपद के अधिष्ठाता बड़ादेव कमरूनाग ने देव परंपरा टूटने पर मानव जाति को गंभीर परिणाम भुगतने के संकेत दिए हैं। देव आदेश के बाद कटवाल निर्मल सिंह शनिवार सुबह कमरूनाग देव के मूल स्थान धंग्यारा के लिए रवाना हो गए थे।
रविवार को वहां उसने देवता के समक्ष नाराजगी बारे पूछ डाली तो देवता ने जवाब में कहा है कि पुरानी परंपराओं को तोड़ कर नए-नए आदेश थोपने से देवता नाराज हैं। अगर जल्द इस बारे कोई हल न निकला तो मानव जाति को कई प्रकार की बीमारियों व प्राकृतिक आपदाओं से जूझना पड़ सकता है। उस स्थिति में देवता भी मनुष्य जाति की रक्षा करने में असमर्थ होंगे।
शिवरात्रि उत्सव में चार दिन लगातार वर्षा होने पर उपायुक्त मंडी देवता को मनाने शुक्रवार देर शाम टारना स्थित देवता के अस्थायी शिविर में जा पहुंचे थे। वहां गूर धर्मदत्त ने देवता की पुरानी परंपरा तोडऩे पर नाराजगी जाहिर कर मूल स्थान पर ही पूछ डालने की बात कही थी। इसी आज्ञा का पालन करने के लिए देवता का कटवाल पूछ डालने धंग्यारा गया था। वहां देवता ने उपरोक्त आदेश सुनाया। देव समाज के जानकारों की मानें तो पशुबलि न दिए जाने से देवता नाराज चल रहे हैं और इसे पुरातन परंपरा के खिलाफ बता रहे हैं। बड़ा देव कमरूनाग के कटवाल निर्मल सिंह का कहना है कि देव परंपरा पर प्रतिबंध लगाए जाने से सभी देवी-देवता खफा हैं।
रविवार को धंग्यारा में पड़ी पूछ में देवताओं ने इस बात का जिक्र किया है। देवताओं ने मानव जाति को इसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।